प्रदेश के 215 बांधों के रखरखाव का संकट बढ़ा
भोपाल। प्रदेश में 274 लघु और मध्यम बांध हैं। इनके मेंटनेंस और नए निर्माण के लिए विभाग ने वित्त विभाग से 187 करोड़ रुपए की डिमांड की लेकिन अभी तक महज 17.79 करोड़ रुपए ही जारी किए गए हैँ।
करीब 215 बांधों के मेंटनेंस के ना पर कोई राशि नहीं मिली है। लघु और मध्यम बांधों की आयु बढ़ाने हर तीन वर्ष में मेंटनेंस कराना अनिवार्य है।
इनमें आधा दर्जन बांध ऐसे हैं, जिनकी आयु 100 साल के करीब पहुंच गई है। हाल ही में विभाग ने 274 बांधों के मेंटनेस और निर्माण कराने के लिए 17.79 करोड़ रुपए की राशि जारी की है।
इसके पहले वित्तीय वर्ष में 156.27 करोड़ रुपए जारी किए गए थे। जिन बांधों को फंड नहीं मिला उनमें मदनपुरा तालाब, लिबुंदा जलाशय, भगोरी तालाब, सांदलपुरा जलाशय, झांझरपुरा बैराज, बडोखरा तालाब, दिनारा तालाब, बर्धा बुजुर्ग, गढ़ी सेमरा, पिपरिया जलायशय, डीलानाला, इकलेरा बैराज, जनोली जलाशय, बिशनखेड़ी, बागोदा बैराज, फतेहपुर, लांघी जलाया, जाखावाड़ी जलाशय, पिठेर, रोहनखुर्द, मदनी, पडरिया कलां बांध शामिल हैं वहीं दूसरी ओर जिन बांधों को राशि मिली मिली है उनमें पिपलिया कुमार, चकल्दी बैराज, नगपुरा, नगझिरी, बजगवां सिरसोदिया, हिरावाड़ी, घुघरनाला, जमुनिया गोंड, चुरानी, निवारी कलां, चिचण्डा स्टोरेज, भसुडा नाला, दुधरिया पारना जलाशय, देवरी, श्यामरडाडा, नचनौरा, सतधारा, टाकली बैरोज गौर जलाशय आदि बांध शामिल हैं।