घूंघट की ओट मे चलेगी गांव की सरकार
पति, बेटे, देवर जेठ का होगा दखल
पंचायतों की मुखिया घरों की चौखट मे कैद रहकर चूल्हा चौका संभालेगी और पति बेटे देवर जेठ पंचायतों का कामकाज देखेंगे। समय समय पर जरुरत पडने पर वह कभी कभार घूंघट की ओट मे दिख जाया करेगींं।
ब्लाक की 31 पंचायतों का गठन पूर्ण हुआ है. इनमे पत्योरा मे गोमती निषाद, पचखुरा बुजुर्ग मे सुधा यादव, सुरौली बुजुर्ग मे रामप्यारी निषाद, इंगोहटा मे गुड्डो देवी सिंंह, चंद्रपुरवा बुजुर्ग मे मंदालसा पाल, छानी खुर्द मे श्याम कुंवर, बंडा मे रीता सिंह, टिकरौली मे संध्या पाल, बदनपुर मे साधना साहू, सिमनौडी मे रजनी बाल्मीकि ने कामकाज संभाला है। यह सभी प्रथम बैठक मे घूंघट की ओट मे ही शामिल हुई। बैठक मे मौजूद हुये पति, बेटा, देवर, जेठ ही समितियों के गठन आदि में पूरा दखल बनाए रहे।
यह निर्वाचित प्रधान मूकदर्शक बनकर कार्यवाही को देखती रही। महज बदनपुर में साधना साहू ही अपना कार्य अपने विवेक से करती हुई नजर आयीं। इनके कार्यों में किसी का दखल नहीं रहा, बाकी सभी घूंघट की ओट में अपने परिजनों के फैसले पर मुहर लगाती नजर आयीं। ऐसा ही हाल ग्राम पंचायत सदस्य बनी महिलाओं का भी रहा। वह भी अपने पति बेटे आदि के सहारे निर्णय करती दिखाई पड़ी। इससे साबित हो गया है कि इन गांवों की सरकार 5 साल तक घुंघट की ओट पर ही चलेगी।