हमीरपुर : मौदहा में जिला पूर्ति अधिकारी व नगरपालिका की छापेमारी
मौदहा।हमीरपुर।23 जुलाई मौदहा में आज दोपहर जिला पूर्ति अधिकारी सहित नगरपालिका की टीम ने एक किराने की दुकान सहित आसपास की चायपान की दुकानों में छापेमारी की जहाँ उन्होंने किराने की दुकान में प्रतिबंधित पालीथीन पाये जाने का दावा करते हुए दुकान मालिक पर जुर्माना लगाया है।
मौदहा कस्बे में आज अचानक जिला पूर्ति अधिकारी रामजतन यादव, उनके सहयोगी नंदलाल तथा नगरपालिका के ईओ मनोज वर्मा की टीम ने यहाँ के मलीकुंआ चौराहा स्थित धर्मेंद्र किराना स्टोर में छापेमारी की है।
टीम का दावा है कि इस दुकान में बड़ी मात्रा में प्रतिबंध पालीथीन के साथ ही अन्य दूषित खाद्य पदार्थ प्राप्त हुआ है।पालीथीन मिलने पर नगरपालिका टीम द्वारा दुकानदार मालिक के ऊपर दस हजार रुपये का जुर्माना किया गया है जबकि खाद्य टीम द्वारा यहाँ से बरामद स्वीट सुपारी तथा कचरी का सैम्पल भरा गया है खाद्य टीम द्वारा इस दुकानदार पर लगाई गई जुर्माना की रकम की जानकारी नहीं हो सकी है।
इस दुकान के आसपास खुली चायपान की दुकानों पर भी टीम ने खाद्य पदार्थों की चेकिंग की है और इन्हें हिदायत दी है।मलीकुंआ में छापेमारी की सूचना मिलते ही कस्बे के अन्य दुकानदार अपनी दुकान के सटर गिरा कर चलते बने हैं।
हलांकि धर्मेंद्र किराना स्टोर में छापेमारी के बाद नगरपालिका टीम ने कंटेन्मेंट क्षेत्र के वसीम गारमेंट्स में भी छापेमारी की और यहाँ पर प्रतिबंधित पालीथीन मिलने पर इस दुकानदार पर दश हजार जुर्माना लगाया है।टीम ने थाना चौराहा और बाजार की दुकानों में छापेमारी का प्रयास किया लेकिन आज बृहस्पतिवार की बंदी के चलते अधिकांश दुकानें बंद थी जिन दुकानदारों ने सुबह से अपनी दुकानें खोल रखी थीं उन्होंने खाद्य टीम की छापेमारी की सूचना मिलते ही दुकानों के सटर गिरा दिये थे।म
मजे की बात तो यह है कि कंटेन्मेंट जोन के बाहर बड़ा चौराहा से मलीकुंआ के बीच में पड़ने वाली दर्जनों दुकानें आज सुबह से ही खुली रही हैं और जिला पूर्ति अधिकारी की टीम इसी रास्ते से होकर मलीकुंआ चौराहा पहुंची लेकिन रास्ते की सभी दुकानों की अनदेखी करना कहीं न कहीं इस टीम पर सवालिया निशान जरूर लगाते हैं।
हलांकि कस्बे में इस बात की चर्चा है कि यहाँ के ज्यादातर दुकानदार खाद्य विभाग में सुविधा शुल्क भेजते हैं इस लिए इनको अभय बरदान मिला रहता है।
जो दुकानदार इस सिस्टम से बाहर रहते हैं उनको छापेमारी का शिकार बनना पड़ता है।