बदली और बारिश के मौसम ने लोगों के सूर्य ग्रहण का नजारा देखने की प्लानिंग पर फेरा पानी…
बीते कई दिनों से साल के पहले सूर्यग्रहण को देखने के लिए लोग लालयित थे। इसके लिए प्रबंध कर रखे थे, कोई सोलर चश्मे से तो किसी ने पिनहोल कैमरा बनाकर सूर्य ग्रहण का नजारा लेने का इंतजाम किया था। लेकिन राजधानी में मौसम ने इसमें बाधा डाल दी। सुबह जब लोग उठे तो बदली और बारिश का मौसम था।
इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला में दो सोलर टेलिस्कोप लगाए गए थे, जिन्हें बारिश के चलते अंदर करना पड़ा। हालांकि, इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला द्वारा सॉफ्टवेयर की मदद से यूट्यूब पर ग्रहण का नजारा दिखाया जा रहा था। लेकिन अपने-अपने घरों से इस अद्भुत खगोलीय घटना को देखने के लिए इंतजार कर रहे लोगों को मायूस होना पड़ा। मजबूरन लोगों ने टीवी और यूट्यूब के जरिए सूर्य ग्रहण का नजारा लिया। राजधानी की बात करें तो यहां प्रातः 9.15 बजे से उपच्छायी आंशिक सूर्यग्रहण की स्थिति शुरू हो गई थी।
इस समय सूर्य, चन्द्रमा की उपछाया के संपर्क में आना शुरू हो गया था। इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह 10.17 मिनट पर सूर्य, चन्द्रमा की मुख्य छाया के संपर्क में आना शुरू हो गया है। इस समय से आंशिक सूर्यग्रहण दिखायी देने लगेगा। बादल कुछ देर के लिए हटे तो कुछ सेकंड सूर्य नजर आया लेकिन फिर बदली हो गई। उन्होंने बताया कि सूर्य चंद्रमा की मुख्य छाया से अपराह्न 2.02 पर बाहर आ जाएगा। इस प्रकार लखनऊ में सूर्यग्रहण की अवधि 3 घंटे 45 मिनट की होगी।
यदि मौसम खुल गया तोलोग वलयाकार आंशिक सूर्यग्रहण का नजारा देख सकेंगे। इस सूर्यग्रहण में सूर्य का लगभग 84.24 प्रतिशत भाग ही चन्द्रमा द्वारा ढका जा सकेगा। इस आंशिक सूर्यग्रहण की यह अधिकतम अवस्था अपराह्न 12.11.15 बजे से प्रारंभ होकर अपराह्न 12.12.02 तक रहेगी। इस प्रकार लखनऊ में अधिकतम आंशिक सूर्यग्रहण की अवस्था 47 सेकेंड तक देखी जा सकेगी। बताते चलें की 21 जून साल का सबसे लंबा दिन होता है इसलिए भी सूर्य ग्रहण की महत्ता बढ़ जाती है।