अर्थव्यवस्था की हालत बेहद खस्ता है। बैंकों की हालत खराब है : कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इकॉनमी और बैंकों की खस्ता हालत का मुद्दा लोकसभा में उठाया है। राहुल गांधी ने कहा कि, “अर्थव्यवस्था की हालत बेहद खस्ता है। बैंकों की हालत खराब है। मुझे लगता है कि इस माहौल में आने वाले दिनों में कुछ और बैंकों की स्थिति और खराब होगी।”
सदन से बाहर आकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि मैंने एक आसान सवाल किया कि जो विल-फुल डिफॉल्टर हैं उनका क्या नाम है किन्तु मुझे उनका नाम नहीं मिला, लंबा भाषण मिला। मेरा जो संसदीय अधिकार है सेकेंडरी सवाल करने का, वो मुझे स्पीकर जी ने नहीं दिया। इससे मुझे बहुत चोट पहुंची, ये सांसद होते हुए मेरे अधिकार पर चोट है। ये सरासर गलत है। लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि, “भारतीय अर्थव्यवस्था काफी बुरे दौर से गुजर रही है। हमारी बैंकिंग व्यवस्था कार्य नहीं कर रही है।’
राहुल गाँधी ने आगे कहा कि बैंक नाकाम हो रहे हैं, और मौजूदा वैश्विक हालात में और भी बैंक डूब सकते हैं। इसकी मुख्य वजह है, बैंकों से पैसों की चोरी होना। इसलिए मैंने सवाल किया था कि देश में बैंकों के सबसे बड़े 50 डिफॉल्टर कौन से हैं, किन्तु में मुझे जवाब नहीं दिया गया। पीएम कहते हैं कि जिन लोगों ने देश के बैंकों के पैसे की चोरी की है, उन्हें पकड़ पकड़कर भारत लाऊंगा, किन्तु मेरे द्वारा पूछे गए 50 डिफॉल्टरों के नाम सरकार ने नहीं बताए।”