इन तीन मुख्य बिंदुओं पर आधारित है नए दशक का पहला बजट
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को अपना दूसरा बजट पेश किया। बजट 2020 तीन मुख्य बिंदुओं पर आधारित है। ये हैं- शिक्षा, बेहतर नौकरी, आर्थिक विकास और बेहतर समाज। वित्त मंत्री ने कहा, ‘बजट को तीन थीमों पर बुना गया है। महात्वाकांक्षी भारत (aspirational India) जिसमें समाज के सभी वर्ग के लोगों के रहन सहन का स्तर बेहतर होगा, सभी का आर्थिक विकास होगा जो प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए नारे ‘सबका साथ सबका विकास’ में निहित है और सबसे महत्वपूर्ण बेहतर समाज (Caring Society) है।’
महात्वाकांक्षी भारत
इसके तहत सभी वर्ग और समुदाय के लोगों के रहन सहन के स्तर में सुधार से लेकर उनका आर्थिक विकास शामिल है। वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा भाषण में बार बार दोहराया जाने वाली बात के साथ ‘सबका साथ सबका विकास’ के साथ ही इस बात का संकेत दिया गया था।
बेहतर रोजगार
वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि सभी युवाओं को रोजगार मुहैया हो सके। उनके अनुसार, इस बजट का लक्ष्य लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना, कारोबार को मजबूत करना, सभी अल्पसंख्यकों व अनुसूचित जाति / जनजाति की महिलाओं की आकांक्षाओं को पूरा करना है।
बेहतर समाज
वित्त मंत्री ने कहा कि बेहतर समाज की स्थापना भी बजट के लक्ष्य में शामिल है। उन्होंने कहा, ‘भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो गया। हम हर नागरिक के जीवन को सुगम बनाने का पूरा प्रयास करेंगे’
डिजिटल क्रांति निभाएगी अहम भूमिका
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले दिनों में भारतीय जनता के लिए डिजिटल क्रांति भी अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा, ‘डिजिटल रिव्योलूशन (Digital Revolution) जिसने भारत को वैश्विक स्तर पर बेहतरीन नेतृत्व की स्थिति में पहुंचाया है, वह यहां की जनता के लिए अहम भूमिका निभाएगी।’
‘बही-खाता’ में बजट के कागजात
पिछले साल की तरह ही इस बार भी वित्त मंत्री ने बजट कागजातों के लिए पारंपरिक ‘बही-खाता’ का इस्तेमाल किया। लाल सिल्क के कपड़े में लिपटे बही खाता (Bahi Khata) को हाथ में ले वित्त मंत्री पीले रंग की सिल्क साड़ी पहन संसद (Parliament) पहुंची।
पढ़ी कश्मीर की कविता
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, ‘युवाओं को रोजगार मुहैया कराने का प्रयास करेंगे। हमारा लक्ष्य सबका साथ सबका विकास है। वित्त मंत्री ने संसद में कहा कि बजट देश की उम्मीदों को पूरा करने वाला होगा।’ वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए पंडित दीनानाथ कौल (Pandit Dinanath Kaul) की लिखी कश्मीर की एक कविता भी सुनाई।
‘हमारा वतन डल झील में खिलते कमल जैसा
नौजवानों के गर्म खून जैसा
मेरा वतन तेरा वतन हमारा वतन
दुनिया का सबसे प्यारा वतन हमारा वतन खिलते हुए शालिमार जैसा है।’
बता दें कि 31 जनवरी से शुरू हुआ बजट सत्र (Budget Session) 13 अप्रैल तक चलेगा।