प्रशांत किशोर के बयान से सियासत में उबाल

कहा, बिहार में बीजेपी नहीं जेडीयू है बड़ी पार्टी

पटना। बिहार में विधानसभा का चुनाव भले ही अगले साल होने वाला है, लेकिन इसे लेकर प्रदेश की सियासत में बयनबाजी का दौर अब शुरू हो गया है। जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है और कहा है कि जदयू बिहार में बड़े पार्टी की भूमिका में रहेगा इसीलिए उसे विधानसभा चुनाव में 50 प्रतिशत से ज्यादा सीटें मिलनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को सीट बंटवारे के दौरान जदयू के प्रस्ताव पर पहले विचार करना चाहिए। प्रशांत किशोर के सीटों के बंटवारें  के बयान पर भाजपा नेता नितिन नवीन ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीट बंटवारे पर आखिरी फैसला पार्टी हाई कमान को लेना है, तो एेसे में ये समझ से परे है कि इस मुद्दे पर प्रशांत किशोर एेसी बयानबाजी क्यों कर रहे हैं?

नितिन नवीन ने कहा कि प्रशांत किशोर बिन मौसम के बरसात हैं और उनका बयान जदयू का आधिकारिक बयान नहीं है। आनेवाला समय बताएगा बड़ा कौन है छोटा कौन? भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने प्रशांत किशोर के बयान पर कहा कि सीट बंटवारे पर दिया बयान पार्टी का बयान नहीं है इसीलिए यह गैरजरूरी बयान है। प्रशांत किशोर के बयान पर जदयू नेता और परिवहन मंत्री संतोष निराला ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जदयू ही बड़े भाई की भूमिका में रहेगा और नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा।

सीट बंटवारे के मुद्दे पर बैठकर  वार्ता की जाएगी। जदयू नेता श्याम रजक ने कहा कि अभी पार्टी की तरफ से कोई फैसला नहीं हुआ है। जेडीयू और मुख्यमंत्री का चेहरा बिहार में बड़ा है और पार्टी में जदयू और मुख्यमंत्री के चेहरे में नीतीश कुमार का चेहरा बड़ा है। बता दें कि प्रशांत किशोर ने 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में JDU-BJP के बीच सीट बंटवारे का जो फॉर्मूला बना था उसी का हवाला देकर 2020 में भी टिकट बंटवारे की बात कही है।

उस वक्त JDU 142 सीट पर और BJP 101 सीट पर चुनाव लड़ी थी। तब NDA के साथ LJP नहीं थी। इसी फॉर्मूले के आधार पर प्रशांत किशोर ने 2020 के विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे की बात कही है और सीटों की संख्या के जगह 1:1:4 का अनुपात बताया है।

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