शारदीय नवरात्रि 2019 : आज से नवरात्रि शुरू, जानिए कलश स्थापना और व्रत के नियम
देवी शक्ति की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्रि आज यानि रविवार, 29 सितम्बर से शुरू हो गए है जो कि आगामी 07 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान जगह-जगह देवी जगदम्बा की प्रतिमाएं स्थापित कर पूरे नौ दिन श्रद्धालुओं द्वारा भक्ति भाव से पूजा-अर्चना की जाएगी। राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में नवरात्रि की तैयारियां अंतिम दौर में पहुंच गई है। दुर्गा उत्सव समितियों द्वारा जगह-जगह भव्य पंडाल सजाए गए हैं, जहां रविवार को शुभ मुहूर्त में घटस्थापना के साथ देवी की प्रतिमाएं विराजित की जाएंगी। प्रदेश में हो रही भारी बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं में नवरात्रि को लेकर अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। नवरात्रि के दौरान जगह-जगह गरबा के आयोजन भी होंगे, लेकिन इस बारिश गरबा उत्सवों में खलल डाल सकती है।
नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक मां आदि शक्ति के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस बार नवरात्रि का पर्व विशेष संयोग लेकर आ रहा है। भोपाल ज्योतिष संस्थान मठ के ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद गौतम के अनुसार, इस बार शारदीय नवरात्रि का शुरुआत रविवार, 29 सितम्बर को शुभ मुहूर्त में होगी। इस दौरान अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जिसमें मां के घट की स्थापना होगी। नवरात्रि के पूरे नौ दिन कोई न कोई शुभ संयोग बन रहा है। नवरात्रि में भारी बारिश के भी योग रहेंगे।
भोपाल में नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा की भव्य प्रतिमाएं बड़े-बड़े पंडालों में विराजित की जाएंगी। नौ दिनों तक पंडाल और दुर्गाजी की झांकियों में पूजा-अर्चना के साथ-साथ गरबा व डांडिया की धूम देखने को मिलेगी। बिट्टन मार्केट में तमिलनाडू स्थित मधुरई का मीनाक्षी मंदिर, विजय मार्केट बरखेड़ा में कैलाश पर्वत पर 12 ज्योर्तिलिंग का निर्माण, न्यू मार्केट रोशनपुरा पर बिहार का एक प्रस्तावित रामायण मंदिर, मोती क्वाटर टीला जमालपुरा में समुद्र लोक सहित अन्य बड़ी झांकियां सजाई गई हैं। वहीं, पंडालों की सजावट को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसी प्रकार, प्रदेश के अन्य शहरों भी नवरात्रि की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
शारदेय नवरात्रि का लेकर बाजार भी सज गए हैं। जगह-जगह दुकानों और हाथठेलों पर देवी की मूर्तियां बिक्री उपलब्ध हैं और लोग खरीदारी भी कर रहे हैं। मिठाई की दुकानों पर साबूदाने की खिचड़ी से लेकर फलहाली नमकीन सहित विभिन्न प्रकार की मिठाइयां बननी शुरू हो गई हैं, जिससे मातारानी के भक्तों को नौ दिनों तक उपवास में फलहारी खाद्य पदार्थ मिल सकें।
ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद गौतम के अनुसार, इस बार शारदीय नवरात्रि में हर दिन शुभ योग बन रहा है। नवरात्रि की शुरुआत रविवार, 29 सितम्बर को अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग में घटस्थापना से होगी, जबकि दूसरे दिन 30 सितम्बर को इंद्र योग, एक अक्टूबर को रवियोग, दो अक्टूबर को अमृत सिद्धि योग और रवि योग, तीन अक्टूबर को सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग, चार अक्टूबर को रवि योग, पांच अक्टूबर को शोभन योग तथा छह और सात अक्टूबर को सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग का संयोग रहेगा। उन्होंने बताया कि यह सभी योग भूमि, भवन, गहने व अन्य घरेलू समान की खरीदारी के लिए बहुत शुभ माने जाते हैं।
वहीं, ज्योतिषाचार्य शिवशंकर दवे ने बताया कि इस बार नवरात्रि के दौरान ग्रहों के योग भी इस प्रकार बन रहे हैं कि कहीं भारी बारिश तो कही हल्की बारिश होने की संभावना रहेगी। नवरात्रि के दौरान भव्य गरबा के कार्यक्रम होंगे, जिनमें बारिश खलल डाल सकती है । नवरात्रि के पहले दिन 29 सितम्बर को दोपहर 12.55 बजे बुध तुला राशि में प्रवेश करेगा, जिससे नवरात्रि के दौरान प्रदेश में कहीं हल्की तो कही भारी वर्षा के योग रहेंगे। वहीं, चार अक्टूबर को सुबह 5.14 बजे शुक्र का भी स्वराशि तुला में प्रवेश हो रहा है, जिसके चलते मौसम में बदलाव होगा।
रविवार को घटस्थापना शुभ मुहूर्त
चल- प्रात: 7.50 से 9.19 बजे तक।
लाभ-प्रात: 9.19 से 10.48 तक।
अमृत- प्रात: 10.48 से 12.17 तक।
शुभ-दोपहर 01.46 से 3.15 तक।
अभिजित मुहूर्त- दोपहर 11.53 से 12.41 बजे तक।