तुलसी है मुस्लिमों के लिए भी सबसे पवित्र, मानते हैं इसे ‘जन्नत की बूटी’
भारत में सदियों से धर्म को महत्वपूर्ण माना जाता रहा है। हिंदू धर्म की बात करें तो यह मान्यताओं और लोगों के विश्वास पर टिका हुआ है। हिंदू धर्म में कई मान्यताएँ हैं। इन्ही में से एक है तुलसी के पौधे की पूजा करना। आपको बता दें हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार तुलसी का पौधा बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इसे स्ववर्ग के पौधे के रूप में भी जाना जाता है। तुलसी के बारे में कहा जाता है कि इसमें कई देवी-देवताओं का निवास होता है। तुलसी बहुत ही पवित्र पौधा होता है।
तुलसी की पत्तियों को छू लेने भर से ही व्यक्ति के सभी पाप मिट जाते हैं। तुलसी के पौधे को धन की देवी माँ लक्ष्मी का प्रतीक भी माना जाता है। हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार तुलसी के पौधे से जुड़ी कई आध्यात्मिक बातें हैं। जैसे भगवान विष्णु को तुलसी अत्यंत ही प्रिय है। बिना तुलसी के पत्तों को भगवान विष्णु को प्रसाद नहीं चढ़ाया जाता है। धार्मिक मान्यता से हटकर देखा जाए तो तुलसी का पौधा स्वास्थ्य की दृष्टि से भी काफ़ी महत्वपूर्ण हैं। यह सेहत के लिए वरदान माना जाता है। तुलसी में कई बीमारियों से लड़ने के गुण पाए जाते हैं।
इस बीच एक बताते चले हिंदू धर्म में पवित्र पौधा मने जाने वाले तुलसी का पौधा से इस्लाम का भी कनेक्शन है| ये बात जानकर आपको हैरानी को होगी मगर ये बात सच है| आपको बताते चले अरबी भाषा में तुलसी को रेहान कहा जाता है| इसे पाकीजगी से जोड़ा गया है. रेहान का शाब्दिक अर्थ है, जन्नत का पौधा| हालांकि मुस्लिम विद्वानों का कहना है कि इसे जन्नत का पौधा मानने के बाद भी उनकी धार्मिक चीजों में इसकी कोई भूमिका नहीं|
इस मामले में मुस्लिम पॉलिटिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय सचिव डॉ तस्लीम रहमानी के अनुसार इस्लाम में एक शब्द है रेहान. इसके मायने हैं sacred plant यानी पवित्र पौधा| रेहान को हिंदी में तुलसी का पौधा कहते हैं| हालांकि मुस्लिम घरों में इसकी पूजा जैसा कोई रिवाज नहीं| आगे बताते चले यूपी के के सिद्दार्थनगर जिले के एक कॉलेज के वाइस प्रेसिडेंट और इस्लामी विद्वान मौलाना अब्दुल मुअीन मदनी का इस मामले में कहना है कि रेहान यानी तुलसी को इस्लाम में मुफीद और पाक बताया गया है. कुरान में भी इसकी खूबसूरती और खुशबू का जिक्र मिलता है. कुदरती तौर पर फायदेमंद होने की वजह से ये पौधा मुस्लिम घरों में भी लगाया जाता है|