पीओके को भारत में शामिल करने के लिए सेना तैयार, सिर्फ सरकार के हाँ का इंतजार
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा है कि अगला एजेंडा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) को फिर से हासिल करना और इसे भारत का हिस्सा बनाना है, इसके लिए सेना तैयार है। उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दों पर सरकार ही फैसला लेती है और देश की सभी संस्थाएं सरकार के आदेश के अनुसार काम करेंगी। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने गत मंगलवार को कहा था कि सरकार का अगला एजेंडा जम्मू-कश्मीर के बाकी हिस्से पीओके को भारत में शामिल करना है। उन्होंने कहा कि ये केवल उनकी या पार्टी की प्रतिबद्धता नहीं है। यह प्रस्ताव तो 1994 में संसद में पीवी नरसिम्हाराव की सरकार के वक्त पास किया गया था।
सिंह के बयान को लेकर पूछे गए एक सवाल पर सेना प्रमुख ने कहा कि उनका अगला एजेंडा पीओके को भारत में शामिल करना है और इसके लिए सेना तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस बारे में फैसला करना है। सरकार जो निर्देश देगी सेना उसका पालन करेगी। उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद से जनरल बिपिन रावत बीते 31 अगस्त को पहली बार कश्मीर दौरे पर गए थे। इस दौरान उन्होंने नॉर्दर्न कमांड के व्हाइट नाइट कॉर्प्स की फॉरवर्ड पोस्ट का दौरा किया था।
कश्मीर के लिए आखिरी गोली तक लड़ेंगे: पाक आर्मी चीफ
6 सितंबर को पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने कहा था कि कश्मीर हमारी दुखती रग है। अपने कश्मीरी भाई-बहनों के लिए आखिरी गोली और सैनिक तक लड़ेंगे। कश्मीरी जनता भारत की हिंदूवादी सरकार और वहां की सेना के जुल्मों का शिकार हो रही है। घाटी में भारत समर्थित आतंकवाद है। हमारा अंतिम लक्ष्य शांतिपूर्ण और मजबूत पाकिस्तान बनाना है। हमारी सेनाएं इस बात की तस्दीक कराती हैं कि किसी भी जंग और आतंकवाद के खात्मे के लिए जान देने से नहीं हिचकेंगे।
सेना प्रमुख रावत पिछले महीने कश्मीर दौरे पर गए थे
जम्मू-कश्मीर से 370 हटाए जाने के बाद से जनरल बिपिन रावत 31 अगस्त को पहली बार कश्मीर दौरे पर गए थे। इस दौरान उन्होंने नॉर्दर्न कमांड के व्हाइट नाइट कॉर्प्स की फॉरवर्ड पोस्ट का दौरा किया था। दूरबीन की मदद से एलओसी के उस पार की गतिविधियों का जायजा लिया। उन्होंने जवानों से सीमा पार किसी भी तरह की घुसपैठ से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा। इस दौरान उनके साथ नॉर्दर्न कमांड के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे।