वेस्‍टइंडीज की टीम ने दूसरे टेस्‍ट में क्‍यों बांधी काली पट्टी?

वेस्‍टइंडीज के खिलाड़‍ियों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर अपने पूर्व ऑलराउंडर बर्नाड जूलियन को सम्‍मान दिया। नई दिल्‍ली के अरुण जेटली स्‍टेडियम पर वेस्‍टइंडीज के खिलाड़ी काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरे। बता दें कि जूलियन को श्रद्धांजलि देने के लिए कैरेबियाई टीम ने यह कदम उठाया। जूलियन का 4 अक्‍टूबर को 75 की उम्र में निधन हो गया था।

क्रिकेट वेस्‍टइंडीज ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा, ‘वेस्‍टइंडीज के खिलाड़‍ियों ने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्‍ट के पहले दिन काली पट्टी बांधकर पूर्व खिलाड़ी बर्नाड जूलियन को सम्‍मान दिया, जिनका पिछले सप्‍ताह निधन हो गया था। ऑलराउंडर जूलियन 1975 वर्ल्‍ड कप विजेता टीम के सदस्‍य थे।’

जूलियन का प्रदर्शन
1970 के दशक में वेस्‍टइंडीज के स्‍वर्णिम युग के प्रमुख सदस्‍य रहे जूलियन ने 24 टेस्‍ट में 866 रन बनाए और 50 विकेट चटकाए। उन्‍होंने 12 वनडे में भी वेस्‍टइंडीज का प्रतिनिधित्‍व किया, जिसमें 86 रन बनाए और 18 विकेट चटकाए। जूलियन उस ऐतिहासिक वेस्‍टइंडीज स्‍क्‍वाड का हिस्‍सा थे, जिसने क्‍लाइव लॉयड की कप्‍तानी में 1975 विश्‍व कप खिताब जीता था।

विश्‍व कप 1975 में बर्नाड जूलियन ने श्रीलंका और न्‍यूजीलैंड के खिलाफ यादगार प्रदर्शन किया था। श्रीलंका के खिलाफ उन्‍होंने 20 रन देकर चार विकेट झटके थे। न्‍यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्‍होंने 27 रन देकर चार विकेट चटकाए थे। फिर लॉर्ड्स में खेले गए फाइनल में जूलियन ने 37 गेंदों में 26 रन की महत्‍वपूर्ण पारी खेली।

काउंटी में दमदार प्रदर्शन
वेस्‍टइंडीज ने ऑस्‍ट्रेलिया को मात देकर पहला विश्‍व कप खिताब जीता था। जूलियन का इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में भी जलवा रहा। उन्‍होंने 1970 से 1977 के बीच केंट का प्रतिनिधित्‍व किया, जिसके लिए 179 मैचों में 3296 रन बनाए और 336 विकेट चटकाए। जूलियन का अंतरराष्‍ट्रीय करियर 1982-83 में बागी वेस्‍टइंडीज के रंगभेग दक्षिण अफ्रीका दौरे के जुड़ने के साथ समाप्‍त हुआ।

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