सायरन बजना शुरू, दिल्ली-एनसीआर में आपदा से बचाव को लेकर मॉक ड्रिल

भूकंप, औद्योगिक और रासायनिक खतरों जैसी स्थितियों से निपटने के लिए आज नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत दिल्ली- एनसीआर में कई स्थानों पर मॉक ड्रिल किया जा रहा है।
भूकंप एवं औद्योगिक आपदा जैसी आपात परिस्थितियों से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए शुक्रवार यानी आज नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत दिल्ली-एनसीआर में मॉक ड्रिल हो रही है। इस ड्रिल का उद्देश्य कर्मचारियों को आपदा प्रबंधन की प्रक्रिया से अवगत कराना और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है।
ग्रेटर नोएडा की एलजी कंपनी परिसर में भूकंप के सायरन बजते ही कर्मचारियों को सुरक्षा मानकों के अनुरूप अपने कार्यस्थलों से सुरक्षित बाहर निकाला गया। कंपनी के सेफ्टी ऑफिसर्स ने कर्मचारियों को एकत्रित होकर खुले मैदान में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। वहीं, इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए संभावित घायलों को प्राथमिक उपचार और राहत पहुंचाने का अभ्यास किया। मरीज को एंबुलेंस में लिटाने के बाद उसे अस्पताल की ओर भेजा गया। मॉक ड्रिल के दौरान औद्योगिक दुर्घटना जैसे गैस रिसाव की स्थिति भी दर्शाई गई।
कर्मचारियों को समझाया गया कि ऐसी स्थिति में घबराने के बजाय कैसे संयम रखते हुए मास्क का उपयोग करें और निर्धारित सुरक्षित मार्ग से बाहर निकलें। कंपनी में उपलब्ध आधुनिक सुरक्षा उपकरणों और संसाधनों की कार्यक्षमता को भी परखा गया। इस मौके पर कंपनी के सुरक्षा प्रमुख ने बताया कि आपदा की स्थिति में सबसे महत्वपूर्ण होता है।
समय पर सही निर्णय लेना और तुरंत प्रतिक्रिया करना। इस तरह की मॉक ड्रिल से कर्मचारियों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वह वास्तविक आपदा की स्थिति में भी सटीक निर्णय ले पाते हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रतिनिधियों की देखरेख में आयोजित इस मॉक ड्रिल में कर्मचारियों के अलावा सुरक्षा, फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी शामिल रहीं।