लग जा गले गाना रिजेक्ट करने के बाद डायरेक्टर ने खुद को मारने के लिए उतार लिया था जूता

सुपरहिट गाना लग जा गले (Lag Ja Gale) भले ही 61 साल पुराना हो गया है, लेकिन आज भी लता मंगेशकर की आवाज में यह गाना लोगों के दिलों में बसता है। इस रोमांटिक गाने की धुन आज भी लोगों को उतनी ही पसंद है, जितनी पहले। मगर शायद ही आपको पता हो कि पहले यह गाना रिजेक्ट हो गया था।
जी हां, जब लग जा गले गाना बना तो इसे पहले रिजेक्ट कर दिया गया था। इसकी लिरिक्स को नापसंद कर दिया गया था। मगर फिर एक सुपरस्टार आए और उनकी वजह से ही यह गाना बन पाया। यह सुपरस्टार थे मनोज कुमार (Manoj Kumar)।
बात 60 के दशक की है, जब फिल्म वो कौन थी (Woh Kaun Thi) के लिए फिल्ममेकर राज खोसला (Raj Khosla) ने मदन मोहन (Madan Mohan) को एक रोमांटिक गाना बनाने के लिए कहा था।
पहले रिजेक्ट हो गया था लग जा गले सॉन्ग
जब मदन मोहन ने लग जा गले गाना बनाया तो वह राज खोसला के पास गए और उन्हें गाने का ट्रैक जरा भी रास नहीं आया। फिर मदन मोहन मनोज कुमार के पास गए जो वो कौन थी मूवी के लीड हीरो थे। उन्होंने मनोज कुमार से कहा कि वह राज को मनाएं। इस किस्से का जिक्र राज खोसला: द ऑथराइज्ड बायोग्राफी में किया गया है।
मदन मोहन ने मनोज कुमार को किया था कॉन्टैक्ट
31 मई को राज खोसला की 100वीं जयंती से पहले 20 मई को उनकी बायोग्राफी को रिलीज किया गया है। इस बायोग्राफी में मनोज कुमार ने कहा है, “एक दिन मदन मोहन ने मुझे कॉल किया और कहा- ‘राज खोसला का दिमाग खराब हो गया है। एक गाना सुनाया। उसको पसंद नहीं आया। तुम और उन्हें हैंडल करो प्लीज।'” मनोज ने भी यह गाना नहीं सुना था। ऐसे मे उन्हें थोड़ी हिचक थी। उन्होंने राज से बात करने की बजाय सीधे प्रोड्यूसर एनएन सिप्पी से बात की।
मनोज कुमार ने राज को किया था राजी
किताब में कहा गया है, “शूटिंग के लिए बस कुछ ही दिन बचे थे और गाना अभी फाइनल होना बाकी था। क्या किया जाना था? सिप्पी ने मदन मोहन से सहमति जताई। वह भी चाहते थे कि मनोज कुमार राज खोसला से कॉन्टैक्ट करें और इस मामले को सुलझाएं।” फिर क्या था। मनोज भी राज खोसला को मनाने में जुट गए और आखिरकार राज ने गाना सुना और उनके दिल को इसने छू लिया।
खुद को जूते से मारने वाले थे राज खोसला
किताब में लिखा है, “और यह वह गाना था जिसे वह छोड़ने ही वाले थे? खोसला ने कहा, ‘मैं कितना बेवकूफ हूं।'” मनोज कुमार के मुताबिक, राज खोसला ने खुद को मारने के लिए अपना जूता भी उतार लिया था। मालूम हो कि राज खोसला की बायोग्राफी को उनकी दोनों बेटियों अनीता और उमा के साथ मिलकर लेखक अंबोरीश रॉयचौधरी ने लिखा है।