कनाडा में चुनाव से पहले साथ आए पीएम कार्नी और नेता विपक्ष पियरे, ट्रंप को दी यह नसीहत

कनाडा के नए नवेले प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने समय से पहले आम चुनाव की घोषणा कर दी है। ऐसे में कनाडा की दोनों प्रमुख पार्टियों ने चुनाव प्रचार की शुरुआत कर दी है। हमेशा एक-दूसरे के विरोध में रहने वाली लिबरल और कंजर्वेटिव पार्टी चुनाव प्रचार की शुरुआत से ही एक मुद्दे पर साथ खड़ी दिखाई दी। प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और उनके विरोधी पियरे पोलीवरे ने रविवार को कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कनाडा की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए। दरअसल, इन दोनों का यह बयान ट्रंप के कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बताने के संबंध में आया है।
प्रधानमंत्री कार्नी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति की वजह से हम अपने जीवन के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप के अनुचित व्यापारिक कदमों और हमारी संप्रभुता को चुनौती देने वाली धमकियों का हम सीधे तौर पर जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि ट्रंप का दावा है कि कनाडा वास्तव में कोई देश नहीं है। वह हमें तोड़ना चाहते हैं ताकि अमेरिका हमारा मालिक बन सके… हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।
प्रधानमंत्री कार्नी के बयान के बाद चुनाव में उनके कड़े प्रतिद्वंद्वी माने जा रहे कंजर्वेटिव नेता पियरे पोलीवरे ने भी ट्रंप के खिलाफ अपनी धार को तेज किया। पोलीवरे ने कहा कि मैं इस बात पर जोर दूंगा कि राष्ट्रपति ट्रंप कनाडा की स्वतंत्रता और संप्रभुता का सम्मान करें। वह हमारे देश पर अनुचित शुल्क लगाना बंद करें। पियरे ने कहा कि मुझे पता है कि ट्रंप के इन बयानों ने कनाडाई लोग बहुत चिंतित हैं और गुस्से में भी हैं।
इससे पहले जस्टिन ट्रूडो की जगह पर सत्ता संभालने वाले कार्नी ने घोषणा करते हुए कहा था कि कनाडा में 28 अप्रैल को हाउस ऑफ कॉमन्स की 343 सीटों के लिए मतदान होगा। इससे पहले 37 दिनों तक चुनाव प्रचार चलेगा। आपको बता दें कि पूर्व बैंकर मार्क कार्नी ने 14 मार्च को कनाडा के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। लिबरल पार्टी की तरफ से शनिवार को घोषणा की गई थी कि पहली बार संसद सदस्य बनने के लिए पीएम कार्नी ओटावा के नेपियन से चुनाव लड़ेंगे।
कनाडा की वैश्विक और घरेलू राजनीति की स्थिति को देखते हुए लिबरल पार्टी के हारने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ के रूप में कनाडा के ऊपर आर्थिक युद्ध की घोषणा कर दी। इतना ही नहीं ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका के 51वें राज्य और प्रधानमंत्री ट्रूडो को गवर्नर कहकर संबोधित किया। इससे कनाडा की जनता में रोष उत्पन्न हुआ। अब इन बदले हुए समीकरणों में लिबरल पार्टी को चुनाव में बढ़त मिलने के दावे किए जा रहे हैं।