चंद्र ग्रहण में भूलकर न करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां, वरना पड़ेगा अशुभ प्रभाव

रंगों के पर्व यानी होली के दिन इस बार चंद्र ग्रहण का साया रहेगा, लेकिन यह चंद्र ग्रहण भारत में मान्य नहीं होगा, जिसकी वजह से इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। चंद्र ग्रहण के दौरान शुभ और मांगलिक काम भूलकर भी नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2025) के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालने चाहिए। ऐसा करने से चंद्र ग्रहण का अशुभ प्रभाव खाने-पीने की चीजों पर नहीं पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के समय तुलसी (lunar eclipse Tulsi mistakes) से जुड़ी कौन-सी गलतियां नहीं करनी चाहिए?
न करें ये गलतियां
- खाने-पीने की चीजों को अशुभ प्रभाव से बचाने के लिए भोजन में तुलसी के पत्ते डाले जाते हैं। लेकिन सूतक काल से पहले ही तुलसी के पत्ते तोड़कर रख लेने चाहिए। सूतक के दौरान तुलसी के पत्ते तोड़ना अशुभ माना जाता है। इससे धन की देवी मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।
- चंद्र ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को खुले में भूलकर भी नहीं रखना चाहिए। अगर पौधा किसी खुली जगह पर रखा है, तो उसे सूतक काल से पहले पौधे को गेरू रंग से रंग देना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, चंद्र ग्रहण का अशुभ प्रभाव तुलसी पर नहीं पड़ता है।
- चंद्र के दौरान तुलसी के पौधे को भूलकर भी नहीं छूना चाहिए। साथ ही तुलसी के पत्ते भी नहीं तोड़ने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस गलती को करने से धन की देवी मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।
करें ये काम
चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले ही सूतक काल की शुरुआत होती है। सूतक काल से पहले ही तिजोरी या पर्स में तुलसी के पत्ते रख लें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से धन पर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव नहीं पड़ता है।
चंद्र ग्रहण 2025 तारीख और समय
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है। इस बार होली पर चंद्र ग्रहण का साया रहेगा, लेकिन यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसी वजह से इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। 14 मार्च को चंद्र ग्रहण की शुरुआत सुबह 09 बजकर 29 मिनट से होगी और इसका समापन दोपहर 03 बजकर 29 मिनट पर होगा।