उत्तराखंड में बारिश का कहर, भारत-चीन बॉर्डर से सटी 4 सड़कें बंद, यात्री फंसे

उत्तराखंड में दो दिन से लगातार हुई बरसात का असर सड़कों पर भी दिखने लगा है। उत्तराखंड में दो दिन से लगातार हुई बरसात का असर पिथौरागढ़ की चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़कों पर पड़ा है। मलबा आने से सीमा से सटी चार सड़कें बंद हो गई हैं।द नेशनल हाईवे बंद होने की वजह से जगह-जगह यात्री फंस गए हैं।
सड़कें बंद होने की वजह से यात्रियों की सड़क पर रात गुजर रही है। खास बात यह है कि चीन सीमा को जोड़ने वाली सामरिक दृष्टि से मुख्य गुंजी – कालापानी – नबीढांग मार्ग खुला हुआ है। प्रशासन सड़कों को खोलने में युद्धस्तर पर जुटा हुआ है। इससे आवाजाही ठप हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बंद सड़कों में तवाघाट – सोबला, सोबला- दर-नागलिंग- दुग्तू – ढाकर, तवाघाट – पांगला- छियालेख- गुंजी और गुंजी – जौलिंकांग शामिल हैं। इनमें से तीन सड़कों की रखरखाव की जिम्मेदारी सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के पास है।
सोबला- दर-नागलिंग- दुग्तू – ढाकर कुछ जगहों में मलबा आने के चलते बंद है जबकि शेष बड़े हिस्से पर चार फीट बर्फ से जमी है। इसके अलावा गुंजी – कालापानी – नबीढांग मार्ग पूर्ण रूप से खुला हुआ बताया जा रहा है।
प्रशासन के अनुसार सभी बंद सड़कों को खोलने के निर्देश दे दिए गए हैं। दावा है कि आज शाम या रविवार तक सभी मार्ग सुचारू हो जायेंगे। पिथौरागढ़ जिला प्रशासन के अनुसार सभी तहसीलों में भारी दर्ज की गई है। फिलहाल नुकसान की सूचना नहीं है। वहीं दूसरी ओर, कालसी चकराता मार्ग पर जाजरेड के पास मालवा आने से बंद पड़ा है। जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है। यात्रियों को बंद सड़क से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।