आ गया हिंदू कैलेंडर का आखिरी महीना, महाशिवरात्रि-होली समेत फाल्गुन महीने में पड़ेंगे ये व्रत-त्योहार

फाल्गुन माह हिंदू कैलेंड का 12वां महीना होता है। इस महीने भगवान शिव, श्री कृष्ण और चंद्र देव की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने की पूर्णिमा को फाल्गुनी नक्षत्र होने के कारण इस महीने का नाम फाल्गुन है। इस महीने से धीरे धीरे गरमी की शुरुआत होती है,और सर्दी कम होने लगती है। फाल्गुन मास में कई धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व मनाए जाते हैं, जिनका विशेष महत्व होता है।

फाल्गुन मास का धार्मिक महत्व

हिन्दू पंचांग के अनुसार, साल का आखघ्रिी महीना 13 फरवरी से शुरु हो जाएगा और 14 मार्च तक रहने वाला है। इसके बाद के त्योहारों में तिल के बजाय मेवा और मिठाइयों का भोग लगेगा और मंदिरों में भगवान का श्रृंगार भी बदल जाएगा. इस महीने तीर्थ स्नान और अन्य परंपराओं में भी बदलाव होने लगेगा। इस महीने में भगवान शिव और श्रीकृष्ण की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है।

रंगों से भरा है ये महीना

महाशिवरात्रि का पर्व इसी महीने आता है, जिसमें भगवान शिव की उपासना कर भक्त अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। श्रीकृष्ण के भक्त इस महीने रासलीला का आयोजन करते हैं। फाल्गुन माह में बसंत ऋतुअपने चरम पर होती है, जिसे ऋतुओं का राजा कहा जाता है। इस समय चारों ओर रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं और प्रकृति नई ऊर्जा से भर जाती है। इस महीने को प्रेम और आकर्षण का महीना भी कहा जाता है, क्योंकि इस दौरान भगवान कामदेव और उनकी पत्नी रति की पूजा का विशेष महत्व होता है।

फाल्गुन मास में आने वाले प्रमुख त्योहार और व्रत

महाशिवरात्रि (फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी)

इस वर्ष महाशिवरात्रि 26 फरवरी, दिन बुधवार को पड़ रही है, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन व्रत रखने और रुद्राभिषेक करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

फाल्गुन पूर्णिमा पर होली

इस बार फाल्गुन महीने में होलाष्टक 7 मार्च से शुरू होकर 14 मार्च तक चलेंगे। 13 मार्च यानि फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को व्रतादि की पूर्णिमा और होलिका दहन भी किया जाएगा, फाल्गुन महीने के आखिरी दिन यानि 14 मार्च शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को स्नान-दान की पूर्णिमा मनाई जाएगी और आपसी सौहार्द का त्यौहार होली भी मनाई जाएगी यानि रंगों से होली खेली जाएगी। इस दिन रंगों से खेलकर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

फाल्गुन 205 में त्योहार

16 फरवरी 2025 – द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
20 फरवरी 2025 – शबरी जयंती
21 फरवरी 2025 – जानकी जयंती
24 फरवरी 2025 – विजया एकादशी
25 फरवरी 2025 – प्रदोष व्रत
26 फरवरी 2025 – महाशिवरात्रि
27 फरवरी 2025 – फाल्गुन अमावस्या
1 मार्च 2025 – फुलैरा दूज, रामकृष्ण जयंती
3 मार्च 2025 – विनायक चतुर्थी
10 मार्च 2025 – आमलकी एकादशी
11 मार्च 2025 – प्रदोष व्रत
13 मार्च 2025 – होलिका दहन, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत
14 मार्च 2025 – होली, मीन संक्रांति, चंद्र ग्रहण

फाल्गुन मास में करने योग्य कार्य

-गंगा स्नान और दान-पुण्य करें।
-भगवान शिव और श्रीकृष्ण की विशेष पूजा करें।
-कामदा व्रत और एकादशी व्रत रखें।
-प्रकृति का सम्मान करें और पर्यावरण को शुद्ध बनाए रखें।

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