खनन विभाग की बड़ी कार्रवाई, 8 बालू घाटों के 32 करोड़ रुपये होंगे जब्त

भोजपुर जिले के आठ बालू घाट ठेकेदारों की जमा 32 करोड़ रुपये की जमानत राशि को जब्त किया जाएगा। इसे लेकर राज्य मुख्यालय से हरी झंडी मिलने के बाद जिले में कागजी कार्रवाई तेज हो गई है।
जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र स्थित बालू घाट संख्या चार, चांदी थाना क्षेत्र स्थित बालू घाट संख्या छह, सात व आठ, संदेश थाना क्षेत्र स्थित बालू घाट संख्या दस, सोलह व सत्रह और सहार थाना क्षेत्र स्थित बालू घाट संख्या 19 के ठेकेदारों द्वारा विगत माह पूर्व अपने-अपने आवंटित बालू घाटों को चलाने से इनकार कर दिया गया था।
ठेकेदारों ने विभाग को क्या बताया?
इन सभी के द्वारा विभाग को सूचित किया गया कि खनन और परिवहन का कार्य सही ढंग से नहीं होने और बालू की कमी के कारण उन्हें घाटा हो रहा है। इस कारण वे अपने-अपने बालू घाटों को चलाने में असमर्थ हैं। इसे देखते हुए उनके घाटों को कैंसिल करते हुए जमानत राशि को वापस किया जाए।
जांच में पता चला पूरा मामला
इस पूरे मामले की विभाग के द्वारा जांच पड़ताल किए जाने पर पता चला कि इन सभी के द्वारा शुरू में दोगुनी से लेकर चार गुणे महंगे दामों पर बालू घाट की बोली लगाकर खरीदारी की गई थी। इस स्थिति में उन सभी के द्वारा बताए गए विकट स्थिति की बात गलत है। इन सभी के द्वारा बालू घाट छोड़ने की बात निविदा शर्तों के खिलाफ है।
ऐसा करने के बाद इन सभी की जमानत राशि जो अग्रधन के रूप में जमा है, उसे जब्त कर लिया जाएगा। इसे लेकर राज्य मुख्यालय से जिला मुख्यालय को निर्देश मिल गया है।
जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि राज्य मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद पूरे मामले में कागजी कार्रवाई तेजी से की जा रही है। डीएम से आदेश मिलने के एक सप्ताह में निविदा शर्तों के अनुसार कार्रवाई शुरू करते हुए राशि जब्त कर ली जायगी।
दूसरी तरफ, इस मामले में विभाग के द्वारा राशि जब्त करने के बाद सभी घाटों की फिर से नीलामी प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया है। एक बार में इतनी बड़ी मात्रा में राशि जब्त होने की सूचना मिलने के बाद बालू ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है।
जिले के 35 बालू घाटों से हो रहा है खनन
वर्तमान समय में भोजपुर जिले के 35 बालू घाटों से बालू खनन का कार्य चल रहा है। आठ बालू ठेकेदारों के द्वारा अपने-अपने बालू घाटों को सरेंडर किए जाने के कुछ दिन बाद ही सभी आठ बालू घाट बंद हो गए थे।
इन सभी के चालू रहने पर बालू घाटों की कुल संख्या 43 हो जाती, परंतु बंद रहने के कारण अभी 35 बालू घाटों से बालू की निकासी की जा रही है। जल्द ही बंद पड़े सभी आठ बालू घाटों की नीलामी प्रक्रिया शुरू होने वाली है।