डोनाल्ड ट्रंप की कब्जे वाली बातों से भड़के ग्रीनलैंड के नागरिक, पढ़ें पूरी खबर…
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ग्रीनलैंड को अमेरिका में मिलाने की बातों से ग्रीनलैंडवासी भड़क गए हैं। ट्रंप ने पिछले कई दिनों से टैरिफ या फिर सैन्य बल का प्रयोग कर ग्रीनलैंड पर कब्जा करने की बात कर चुके हैं। ट्रंप के इस बयान पर ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री मुते एगेडे ने शांति और एकता का आह्वान किया लेकिन ग्रीनलैंड की जनता ने ट्रंप को जवाब देते हुए कहा कि हमारा देश बिकाऊ नहीं हैं।
गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर अपने हेलिकॉप्टर से ग्रीनलैंड पहुंचे। ग्रीनलैंड पहुंचे जूनियर ट्रंप वहां पर लोगों से बात की और उन्हें MAGA लिखी हुई कैप्स भी बांटीं। उन्होंने अपना यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर भी किया। जूनियर ट्रंप की इस यात्रा पर टिप्पणी करते हुए हवाई यातायात नियंत्रित करने वाले एक शख्स ने कहा कि यह हमारा देश हैं और यह बिल्कुल भी बिकाऊ नहीं है। अगर अमेरिका हमारे ऊपर सैन्यबल का प्रयोग करता है तो इसका मतलब साफ है कि वह नाटो के खिलाफ जंग छेड़ देगा। ऐसे में उसे डेनमार्क और यूरोपीय संघ के साथ युद्ध करना होगा।
मैनिटसोक के एक 21 साल के छात्र ने भी ग्रीनलैंड के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए कहा कि हमारे देश को अमेरिकी नेतृत्व की जरूरत नहीं है। उसने कहा कि जब ग्रीनलैंड सरकार ने मजबूती के साथ कहा कि ग्रीनलैंड बिकाऊ नहीं है तब मुझे थोड़ी राहत मिली। मैं हमारे ग्रीनलैंड की स्वतंत्रता का पूरी तरीके से समर्थन करता हूं।
22 साल के सिसिमियट ने गार्जियन से कहा कि मैं कभी भी ट्रंप का समर्थन नहीं करूंगा। और औपनिवेशिक काल में अमेरिकी लोगों ने मूल अमेरिकियों के साथ जो किया मैं उसका भी कभी समर्थन नहीं करूंगा। इससे पहले ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री भी ट्रंप को सीधा जवाब देते हुए कह चुके हैं कि हमारा देश बिकाऊ नहीं है। ग्रीनलैंड हमेशा से ग्रीनलैंडवासियों का था और हमेशा रहेगा।
डोनाल्ड ट्रंप का ग्रीनलैंड को हासिल करने का सपना नया नहीं है। ट्रंप की यह महत्वकांक्षा 2019 से चली आ रही है। उस समय पर उन्होंने इसे एक रियल स्टेट सौदा बताया था। फिलहाल ग्रीनलैंड, डेनमार्क राजशाही के अंतर्गत एक स्वतंत्र राज्य है। वर्तमान समय में इसकी रणनीतिक स्थिति की वजह से इस पर दुनियाभर की निगाह बनी हुई है। 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध के समय अमेरिका ने ग्रीनलैंड पर कब्जा कर लिया था, जबकि डेनमार्क नाजी कब्जे में था। लेकिन बाद में अमेरिका ने यह क्षेत्र डेनिश शासन को वापस कर दिया। वर्तमान में ग्रीनलैंड के उत्तर पश्चिम में एक अमेरिकी सैन्य अड्डा भी स्थित है।