मुख्यमंत्री ने मां की रसोई और आकाशवाणी के एफएम रेडियो चौनल कुम्भवाणी का किया शुभारंभ
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सर्किट हाउस में आकाशवाणी के एफएम चौनल कुम्भवाणी (103.5 मेगाहर्ट्ज पर) का शुभारंभ किया। इसके बाद वह रानी नेहरू चिकित्सालय पहुंचे और मां की रसोई का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, माँ अन्नपूर्णा की कृपा सभी पर बनी रहे। सर्किट हाउस में आकाशवाणी के एफएम चौनल कुम्भवाणी (103.5 मेगाहर्ट्ज पर) का शुभारंभ करते हुए सीएम योगी ने अपनी बचपन की यादें ताजा की। उन्होंने कहा कि जब वह छोटे थे, उन दिनों वह आकाशवाणी पर रामचरितमानस का पाठ सुना करते थे।
उन्होंने कहा, “मुझे याद है कि बचपन में जब मेरी उम्र सात-आठ साल रही होगी, तब मैं आकाशवाणी पर रामचरितमानस का पाठ सुनता था। उस समय दूरदर्शन और अन्य चौनल नहीं थे। हर घर में रेडियो जरूर होता था। आज तो एफएम चौनल युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय है और उनके स्मार्टफोन में भी वह सिग्नल पकड़ लेता है। यह कुम्भवाणी उन करोड़ों लोगों तक महाकुम्भ को पहुंचाएगा जो चाह कर भी यहां नहीं पहुंच पाते। अपने प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग किसी कारण से महाकुम्भ में नहीं पहुंच पा रहे हैं, उन तक हम प्रौद्योगिकी के माध्यम से पहुंचेंगे और महाकुम्भ का सजीव प्रसारण उनके समक्ष कर पाएंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुम्भ केवल एक आयोजन नहीं है, बल्कि सनातन गौरव और गर्व का एक महाआयोजन है, एक महासमागम है। उन्होंने कहा कि जिसको सनातन धर्म के गौरव और गरिमा को देखना हो तो वह कुम्भ का दर्शन करें। सीएम योगी ने कहा कि जो लोग एक संकीर्ण दृष्टि से सनातन धर्म को देखते हैं, साम्प्रदायिक मतभेद, भेदभाव या छुआछूत के नाम पर लोगों को बांटने का काम करते हैं उन लोगों को आकर देखना चाहिए कि यहां पर ना पंथ का भेद है, ना जाति का भेद है, ना छुआछूत है, ना कोई लिंग का भेद है। उन्होंने कहा कि यहां सभी पंथ और सम्प्रदाय एक साथ एक ही जगह स्नान करते हैं।