महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मिली हार, हाईकोर्ट पहुंचे INDIA गठबंधन के पांच उम्मीदवार
पिछले साल संपन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में हार का सामना करने के बाद, इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (INDIA) से जुड़े पांच उम्मीदवारों ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर की हैं। इन याचिकाओं में महायुति के विजयी उम्मीदवारों की जीत को चुनौती दी गई है। याचिकाकर्ताओं में शिवसेना (यूबीटी) के मनोहर कृष्णा माधवी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के प्रशांत सुदाम जगताप, महेश कोठे, नरेश रतन मनेरा और सुनील चंद्रकांत भुसारा शामिल हैं।
कथित चुनावी कदाचार के आरोप
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, याचिकाकर्ताओं ने चुनाव प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं, जिनमें डुप्लीकेट वोटिंग, छुपाए गए आपराधिक मामले, संपत्तियों की जानकारी छुपाना, ईवीएम खराबी, रिश्वतखोरी और चुनावी पारदर्शिता की कमी शामिल है।
मनोहर माधवी बनाम गणेश चंद्र नाइक (ऐरोली सीट)
शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार मनोहर माधवी ने ऐरोली सीट से भाजपा के गणेश चंद्र नाइक की जीत को चुनौती दी है। उन्होंने अपने याचिका में आरोप लगाया है कि नाइक और चुनाव आयोग ने डुप्लीकेट वोटिंग और अन्य कदाचार की अनुमति देकर चुनाव परिणाम को प्रभावित किया।
प्रशांत जगताप बनाम चेतन विठ्ठल तुपे (हडपसर सीट)
राकांपा (शरद पवार गुट) के प्रशांत जगताप ने पुणे की हडपसर सीट से राकांपा (अजित पवार गुट) के चेतन तुपे की जीत को चुनौती दी है। जगताप का आरोप है कि तुपे ने अपने खिलाफ लंबित आपराधिक मामलों और आय की जानकारी छुपाई, जो कि जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 125ए का उल्लंघन है।
महेश कोठे बनाम विजयकुमार देशमुख (सोलापुर उत्तर सीट)
महेश कोठे ने भाजपा के विजयकुमार देशमुख की जीत को चुनौती दी है। कोठे का आरोप है कि देशमुख ने अपनी संपत्तियों की जानकारी छुपाई और रिटर्निंग अधिकारी ने उनके नामांकन को गलत तरीके से स्वीकार किया।
नरेश मनेरा बनाम प्रताप बाबूराव सरनाईक (ओवाला-माजीवाडा सीट)
शिवसेना (यूबीटी) के नरेश मनेरा ने एनसीपी (अजित पवार गुट) के प्रताप बाबूराव सरनाईक की जीत को चुनौती दी है। मनेरा का दावा है कि एक मतदान केंद्र पर ईवीएम-वीवीपैट प्रणाली में गड़बड़ी हुई, जिससे सरनाईक को फायदा पहुंचा।
सुनील भुसारा बनाम हरीशचंद्र भोये (विक्रमगढ़ सीट)
राकांपा (शरद पवार गुट) के सुनील भुसारा ने भाजपा के हरीशचंद्र भोये की जीत पर सवाल उठाए हैं। भुसारा का आरोप है कि भोये ने रिश्वतखोरी जैसे भ्रष्टाचार के तरीकों का सहारा लिया। साथ ही, फॉर्म 17-सी और सीसीटीवी फुटेज न मुहैया कराकर चुनाव प्रक्रिया को अपारदर्शी बनाया गया।
सभी याचिकाएं अधिवक्ता असीम सरोड़े और अजिक्य गायकवाड़ के माध्यम से दायर की गई हैं। हाईकोर्ट में इन याचिकाओं पर सुनवाई जल्द ही शुरू होने की संभावना है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अदालत चुनावी प्रक्रिया से जुड़े इन गंभीर आरोपों पर क्या रुख अपनाती है।