चारबाग स्टेशन से इंटर-स्टेट स्मगलर गिरफ्तार,16 किलो अफीम लेकर अंबाला जा रहा था
लखनऊ, लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर 16 किलो अफीम पकड़ी गई है। आरपीएफ क्राइम ब्रांच की टीम ने तस्कर को भी गिरफ्तार किया है। वह अफीम के चूरे की खेप गंगा सतलज एक्सप्रेस से अंबाला लेकर जा रहा था। तस्कर संदीप राय (25) बिहार के सारण जिले का रहने वाला है। वह ट्रेन (13307) की एसी कोच एच-1 में 24 नंबर सीट पर था। गतिविधियां संदिग्ध लगने पर आरपीएफ ने चेक किया तो उसके पास नीले रंग का एक पिट्ठू बैग मिला। इसमें 4 प्लास्टिक के पैकेट थे, जिसमें अफीम पैक थी।
आरपीएफ के मुताबिक, पकड़ी गई अफीम की बाजार कीमत 4 लाख से अधिक है। संदीप पटना से ट्रेन में चढ़ा था। उसकी योजना थी कि अंबाला कैंट पहुंचाने से पहले लोकल सप्लायर कोच में आता। इस बैग को वह लेकर चला जाता। यहां से संदीप फिर वापस बिहार लौट जाता। हालांकि, यह चाल कामयाब नहीं हो पाई और आरपीएफ क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया। अधिकारियों ने बताया कि तस्कर का टिकट गया के रहने वाले दिलीप ने बुक की थी। कार्रवाई में पूर्वोत्तर रेलवे की आरपीएफ क्राइम ब्रांच, उत्तर रेलवे की आरपीएफ क्राइम ब्रांच और आरपीएफ टीम के साथ में जीआरपी टीम मौजूद रही। 8 महीने पहले लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से अवैध अफीम के साथ एक महिला को गिरफ्तार किया गया था।
आरपीएफ को महिला के पास से 30 लाख की अफीम मिली थी। अधिकारियों का कहना था कि आरोपी प्रमिला देवी गिरोह की सक्रिय सदस्य है। प्रमिला ने एसटीएफ को बताया कि वह झारखंड के हजारीबाग से माल उठाती है। इसे बरेली पहुंचाने के लिए एक खेप के 10 हजार रुपए मिलते हैं। इनका मुख्य सरगना झारखंड का रहने वाला ओमवीर है। ओमवीर कई राज्यों के तस्करों से संपर्क में रहता है। पंजाब, हरियाणा के साथ अन्य राज्यों में सप्लाई के लिए पूरा गैंग एक्टिव है। करीब दो महीने पहले लखनऊ के गोसाईंगंज में अफीम पकड़ी गई थी। तब ट्रक में लकड़ियों के बीच छुपाकर ले जाई जा रही लाखों रुपए की अफीम बरामद की गई। पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया था। तस्करों के पास से एक ट्रैक्टर ट्रॉली, ट्रक, 17 बोरी (317.15 किग्रा) पोस्ता (अफीम के पौधे अवशेष) बरामद किया गया था।