चलती ट्रेन में चोरों के गिरोह ने यात्री की पीट-पीटकर की हत्या, चार गिरफ्तार
हजरत निजामुद्दीन जाने वाली दक्षिण एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे में चार चोरों के एक गिरोह ने कथित तौर पर 25 वर्षीय यात्री की पीट-पीटकर हत्या कर दी। यह घटना गुरुवार सुबह करीब 3:30 बजे हुई। दरअसल, चोरों ने यात्री के जेब से पैसे और मोबाइल चोरी करने की कोशिश की थी, जिसके बाद मामला मारपीट तक पहुंच गया। स्थानीय पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के झांसी के शुशांक रामसिंह राज के रूप में हुई है। हमलावरों द्वारा पीटे जाने के बाद उसके दोस्त कपिल कुमार को भी गंभीर चोटें आईं। इस हमले ने लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं, क्योंकि घटना की सूचना मिलने में करीब चार घंटे लग गए। रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) ने वर्धा के पास चलती ट्रेन से सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चारों की पहचान सैय्यद समीर (18), मोहम्मद फैयाज हसीमुद्दीन (19), एम. शाम कोटेश्वर राव और एक नाबालिग के रूप में हुई है।
दिल्ली जाने वाली ट्रेन गुरुवार को सुबह करीब 10:30 बजे नागपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद लगभग डेढ़ घंटे की देरी से चली। कानूनी औपचारिकताओं के चलते यह देरी हुई। पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर पंचनामा, स्थानीय रेलवे और मेयो अस्पताल की एक टीम द्वारा फोरेंसिक साक्ष्य संग्रह और गवाहों का बयान दर्ज करवाया गया। मध्य रेलवे के अधिकारियों ने बताया की कि रेलवे अधिकारी पीड़ित के परिजनों को 1.5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देंगे। राज और उसका दोस्त कपिल सिकंदराबाद से ट्रेन में सवार हुए थे और झांसी जा रहे थे। बताया जाता है कि वे भीड़भाड़ वाले कोच में शौचालय के पास सो रहे थे, जब हमलावरों ने कपिल की जेब से 1,700 रुपये नकद और एक मोबाइल फोन चोरी करने की कोशिश की। चोरी के प्रयास पर कपिल की प्रतिक्रिया से अन्य यात्री जाग गए।
कपिल के शोर मचाने से गुस्साए चारों हमलावरों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। जब राज अपने दोस्त का बचाव करने के लिए बीच में आया, तो हमलावरों ने उस पर हमला कर दिया और उसे बेरहमी से पीटा। करीब 30 मिनट तक चला हमला तब खत्म हुआ जब सह-यात्रियों ने बीच-बचाव किया। राज को शायद गंभीर अंदरूनी चोटें आई थीं, वह सुबह करीब 6:30 बजे शौचालय गया, जहां उसने खून की उल्टी की और बेहोश हो गया। करीब 7:15 बजे रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) का स्टाफ पेंट्री कार अटेंडेंट से सूचना मिलने के बाद जनरल कोच में पहुंचे। तेजी से कार्रवाई करते हुए आरपीएफ स्टाफ ने चारों संदिग्धों को हिरासत में ले लिया- जिनकी पहचान मोहम्मद फैयाज, मोहम्मद अमाम, सैय्यद समीर और एम श्याम कोटेश्वर राव के रूप में हुई।