ताहिर हुसैन के लिए ओवैसी की ढाल, सिख दंगे से लेकर अरविंद केजरीवाल तक की मिसाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन लीग (AIMIM) की एंट्री भी हो चुकी है। चर्चा है कि पार्टी यहां कम से कम 10 सीटों पर उम्मीदवारों उतार सकती है। हाल ही में उन्होंने मुस्तफाबाद सीट से दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को टिकट दिया था। वहीं खबर यह भी थी कि दिल्ली दंगों के पोस्टर बॉय शाहरुख पठान को भी टिकट दे सकते हैं। हालांकि इस बारे में असदुद्दीन ओवैसी ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। वहीं जब उनसे ताहिर हुसैन को टिकट देने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने बीजेपी, कांग्रेस औ आम आदमी पार्टी को सिख दंगों से लेकर मालेगांव ब्लास्ट तक की याद दिला दी। साथ में .यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल पर खुद केस चल रहा है इसलिए दूसरों पर उंगली उठाने से पहले खुद को देखना चाहिए।
ओवैसी ने कहा, सिख दंगों के आरोपियों को किसने टिकट दिया था। मालेगांव मामले में यूएपीए के चार्जेस झेल रहे लोगों को किसने संसद का सदस्य बनाया। और तो और अरविंद केजरीवाल औ उनके सहयोगियों पर केस चल रहे हैं। ऐसे में इन पार्टियों को किसी और की तरफ उंगली उठाने से पहले खुद को भी देखना चाहिए।
बता दें, एआईएमआईएम की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष शोएब जामेई ने बताया था कि पार्टी शाहरुख पठान के नाम पर विचार कर रही है, लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है।
एआईएमआईएम ने हाल ही में 2020 के दंगों के एक और आरोपी ताहिर हुसैन को मुस्तफाबाद निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया है। आम आदमी पार्टी (आप) का पूर्व निगम पार्षद हुसैन हाल में एआईएमआईएम में शामिल हुआ था।
सोमवार को जामेई ने पठान के परिवार से मुलाकात की थी और इस मुलाकात की एक तस्वीर फेसबुक पर शेयर की थी। बुधवार को, उन्होंने यह भी कहा कि एआईएमआईएम आगामी चुनावों में 12 सीट पर उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है।
वर्ष 2020 के दंगों के दौरान, पठान ने कथित तौर पर एक पुलिसकर्मी पर बंदूक तान दी थी और बाद में बंदूक के साथ उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। बाद में पठान को गिरफ्तार कर लिया गया और वह तब से जेल में हैं। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए अगले साल फरवरी में चुनाव होने हैं।