BPSC छात्रों का बिहार बंद-चक्काजाम, पटना से दरभंगा और आरा तक दिख रहा असर
बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा रद करने की मांग को लेकर छात्रों ने अपना प्रदर्शन तेज कर दिया है। इस क्रम में बिहार बंद और चक्काजाम का एलान किया गया है। इसका थोड़ा बहुत असर भी राजधानी पटना, आरा और दरभंगा में देखने को मिला है। इसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं।
ऐसे में आइए जानते हैं कि बीपीएससी के छात्रों के एलान का कहां कितना असर हुआ है। इसके साथ ही अपनी कौन सी मांगों को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।
बता दें कि इस मामले में सरकार की ओर से बातचीत का दरवाजा खुला होने की बात प्रदेश के मुख्य सचिव पहले ही कह चुके हैं।
पटना की गलियों में घूमकर भी किया प्रदर्शन
राजधानी पटना में प्रदर्शनकारियों ने गलियों में घूमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। इस दौरान अपने हाथों में झंडे-बैनर और पोस्टर लेकर प्रदर्शनकारी नारेबाजी कर रहे थे। आइसा की ओर से उसके कार्यकर्ताओं ने पटना विश्वविद्यालय के सामने चक्काजाम किया।
बिहार में आज चक्काजाम, ये हैं मांगें
- बीपीएससी की 70वीं CCE परीक्षा रद करने, अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, पेपर लीक करने वाले माफियों की गिरफ्तारी और मृतक बीपीएससी अभ्यर्थी सोनू कुमार के स्वजन को मुआवजा देने की मांग छात्र कर रहे हैं।
- इसे लेकर आइसा और इंकलाबी नौजवान छात्र संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जगह-जगह चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया है।
आरा में बस और ट्रेन रोकी
- जानकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने भोजपुर जिले के आरा में रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर प्लेटफार्म नंबर 1 पर 03376 बक्सर-पटना पैसेंजर को रोककर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन के इंजन और ट्रैक पर खड़े होकर जमकर प्रदर्शन किया।
- आरा-पटना-सासाराम मुख्य मार्ग को सरदार पटेल बस स्टैंड के पास बैराकेडिंग कर जाम किया गया है। इससे हाइवे पर ट्रैफिक काफी देर तक रुका रहा।
सरकार बड़े दावे करती है: रंजन
बीपीएससी की 70वीं पीटी पटना समेत बिहार के अनेक केंद्रों पर पेपर लीक और घोर आपत्तिजनक अनियमितताओं के साथ संपन्न हुई है। परीक्षा रद करने की मांग की जा रही है। सरकार बड़े-बड़े दावे करती है पर एक परीक्षा ठीक ढंग से करा पाने में सफल नहीं है। लोकतांत्रिक मांगें उठाने पर जेल, फर्जी मुकदमे और बर्बर पुलिसिया दमन नियम बनते जा रहा है। याद करें कि इसी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन का विरोध कर रहे छात्र-छात्राओं पर भी लाठीचार्ज किया गया था। – शिव प्रकाश रंजन, अगिआंव विधायक और इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य सचिव
इधर, आइसा-आरवाइए ने कहा है कि सूबे में शिक्षा और परीक्षा माफियाओं की गिरफ्त में है। समय पर डिग्री न मिलना, कॉलेज में शिक्षकों का न होना, परीक्षा में धांधली, पैसे पर बिकती नौकरी और डिग्री बिहार में आम चलन बनता जा रहा है। परंतु प्रदेश की सरकार इन माफियाओं पर लगाम लगाने की बजाय युवाओं पर लाठियां चला रही है।
मुजफ्फरपुर में सोनू ने ले ली थी अपनी जान
बता दें कि बीते दिनों मुजफ्फरपुर केंद्र पर BPSC-PT परीक्षा देने वाले पटना जिले के पालीगंज के सोनू कुमार नाम के छात्र ने इस तनाव में अपनी जान ले ली थी। आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं, सांस्थानिक हत्या है।
इसे लेकर बीते रोज 29 दिसंबर को पूरे बिहार में युवाओं-अभ्यर्थियों ने मोमबत्ती जलाकर सोनू कुमार को श्रद्धांजलि दी थी। साथ ही उसके परिवार वालों को पांच करोड़ का मुआवजा देने की सरकार से मांग की थी। इसके अलावा 30 दिसंबर को चक्काजाम करने का एलान किया था।
छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध में दरभंगा में रोकी ट्रेन
इधर, दरभंगा में सोमवार 30 दिसंबर को पटना में बीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में छात्र संगठनों ने सुबह दरभंगा जंक्शन पर दिल्ली जाने वाली ट्रेन को रोककर विरोध-प्रदर्शन किया।
इंडिया गठबंधन से जुड़े विभिन्न छात्र संगठनों के आंदोलनकारियों ने 10 मिनट के लिए दिल्ली जाने वाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस बिहार संपर्क क्रांति को रोक दिया। प्रदर्शनकारी इंजन के सामने खड़े हो गए थे। वे लाठीचार्ज का विरोध करते हुए कहा कि सरकार को अभिलंब वार्ता करने की मांग कर रहे थे।
भाजपा नेता ने प्रशांत किशोर के खिलाफ की शिकायत
इधर, भाजपा नेता कृष्ण कुमार कल्लू ने रविवार की रात जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने के लिए गांधी मैदान थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
उन्होंने प्रशांत किशोर पर बीपीएससी अभ्यार्थियों को भड़काने का आरोप लगाया है। थानेदार सीताराम प्रसाद ने बताया कि सनहा दर्ज कर लिया गया है। विधि सम्मत कार्रवाई की जारी है।