बिहार में 7 दिनों का राजकीय शोक, पूर्व PM मनमोहन सिंह के निधन पर लिया गया फैसला
देश के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रख्यात अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद राज्य सरकार ने सात दिनों का राजकीय शोक घोषित किया है। शोक की यह अवधि 26 दिसंबर 2024 से पहली जनवरी 2025 तक होगी।
मंत्रिमंडल सचिवालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश के मुताबिक गृह मंत्रालय के संवाद के बाद राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने जारी आदेश में कहा है कि राज्य सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में सात दिनों के राजकीय शोक का निर्णय लिया है।
इन कार्यक्रमों पर रहेगी पाबंदी
राजकीय शोक की अवधि में राष्ट्रीय ध्वज उन सभी भवनों पर आधा झुका रहेगा जहां नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। इस अवधि में कोई राजकीय समारोह एवं सरकारी मनोरंजन से संबंधित कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे।
सीएम नीतीश की प्रगति यात्रा स्थगित
बता दें कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन के चलते मुजफ्फरपुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा स्थगित कर दी गई है। नीतीश कुमार 400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास करने वाले थे।
राजकीय शोक और राष्ट्रीय शोक में अंतर
- किसी दिग्गज व्यक्तित्व के निधन पर राजकीय शोक की घोषणा की जाती है। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री करते हैं। यह 1 दिन से लेकर 7 दिन या उससे अधिक की हो सकती है।
- इस अवधि में कोई राजकीय समारोह एवं सरकारी मनोरंजन से संबंधित कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे।
- वहीं राष्ट्रीय शोक की घोषणा केंद्र सरकार द्वारा की जाती है। इसमें भी 1 दिन से लेकर 7 दिन या उससे अधिक की घोषणा की जाती है।
- राष्ट्रीय शोक की घोषणा होने पर भी समारोह एवं सरकारी मनोरंजन से संबंधित कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के गुरुवार को निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। उनका अंतिम संस्कार कल यानी शनिवार को किया जाएगा। पीएम मोदी, अमित शाह से लेकर कई बड़े दिग्गजों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।
सीएम नीतीश कुमार ने जताया दुख
सीएम नीतीश कुमार ने दुख जताते हुए कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ॰ मनमोहन सिंह जी का निधन दुःखद। वे एक कुशल राजनेता एवं अर्थशास्त्री थे। उनके नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली। डॉ॰ मनमोहन सिंह जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए प्रार्थना है।