आरक्षण बदलने से BJP-कांग्रेस के दावेदारों का बिगड़ा गणित, निकाय चुनाव में बड़ा फेरबदल

उत्तराखंड के नगर निकायों के आरक्षण में शहरी विकास विभाग ने बड़े स्तर पर बदलाव किया है। इसके तहत तीन नगर निगम, 18 नगर पालिका और 18 ही नगर पंचायतों के आरक्षण में फेरबदल हुआ है।

इससे निकाय चुनावों में भाजपा और कांग्रेस से टिकट के कई दावेदारों का गणित बिगड़ गया है। दोनों दलों को प्रत्याशी चयन की गुणा-भाग नए सिरे से करनी होगी। इससे दोनों पार्टियों में जहां कई नेताओं के चेहरे मुरझा गए हैं वहीं, कई जनप्रतिनिधियों के चेहरों पर रौनक बढ़ गई है।

भाजपा पर्यवेक्षक-जिला संगठन के साथ होगा नए चेहरों पर मंथन

देहरादून, मुख्य संवाददाता। निकायों में आरक्षण की स्थिति में हुए बदलाव के बाद भाजपा संबंधित सीटों पर नए सिरे से प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया में जुट गई है। इसके तहत जिला संगठन के साथ नए नामों को लेकर विचार करने की तैयारी है।

भाजपा ने पिछले दिनों सभी निकायों में दावेदारों का पैनल तैयार करने के लिए 50 पर्यवेक्षकों की टीम जिलों में रवाना की थी। सभी पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट प्रदेश संगठन को मिल भी चुकी है। लेकिन इस बीच हल्द्वानी, श्रीनगर और अल्मोड़ा नगर निगम के साथ ही 18 नगर निगम और 18 नगर पंचायतों में आरक्षण की स्थिति बदल गई है।

ऐसे में अब इन स्थानों पर दावेदारों को लेकर नए सिरे से मंथन शुरू भी कर दिया गया है। पार्टी में मंगलवार और गुरुवार को एक-एक कर सभी निकायों के लिए दावेदारों के पैनल पर चर्चा की जानी है। जिन निकायों में आरक्षण की स्थिति में बदलाव हुआ है, उनके संदर्भ में अब शीर्ष पदाधिकारियों व पर्यवेक्षकों की जिला संगठन के साथ बैठक होगी।

पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा कि भाजपा ने रायशुमारी के दौरान अनंतिम आरक्षण को देखते हुए सभी वर्गों के मजबूत प्रत्याशियों को लेकर फीडबैक लिया था। उन्होंने कहा कि जहां आरक्षण बदल गया है, वहां के नाम भी पर्यवेक्षकों के पास हैं। ऐसे में अब एक बार फिर इन नामों पर जिला संगठन के साथ चर्चा के बाद पैनल को अंतिम रूप दिया जाएगा।

सरकार ने जनभावना के अनुरूप काम किया भट्ट

भाजपा ने निकाय चुनावों की घोषणा का स्वागत करते हुए सभी निगमों समेत अधिकांश निकायों में जीत का दावा किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सोमवार को निकाय चुनावों की अधिसूचना जारी होने के बाद मीडिया को एक बयान जारी किया।

इसमें उन्होंने कहा कि पहली बार निकायों का आरक्षण तय करने में जनभावनाओं का ख्याल रखा गया है। तमाम आपत्तियों पर पूरा विचार किया गया और विस्तृत सुनवाई के बाद आरक्षण फाइनल किया गया। चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद भाजपाइयों में उत्साह का माहौल है।

उन्होंने कहा कि पार्टी ने प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया काफी पहले ही शुरू कर दी थी और मंगलवार से पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पर विस्तृत विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी की निकाय चुनाव को लेकर रणनीति तैयार है और तारीखों के ऐलान के बाद अब उसे धरातल पर उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द प्रत्याशियों का ऐलान कर देगी।

कांग्रेस नामों पर नए सिरे से होगी कसरत

देहरादून, मुख्य संवाददाता। नगर निकायों में मेयर-अध्यक्ष के पदों पर आरक्षण बदलने के बाद कांग्रेस अब अपने प्रत्याशियों को लेकर नए सिरे से कसरत शुरू करेगी। अब तक पार्टी मानकर चल रही थी कि अधिसूचना, अनंतिम आरक्षण के हिसाब से जारी होगी, लेकिन कई सीटों पर बदलाव के बाद अब पार्टी को फिर से कवायद शुरू करनी होगी। इस संबंध में एआईसीसी के निर्देश पर पीसीसी ने मंगलवार को दून में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की बैठक बुला ली है।

‘सत्तारूढ़ दल ने अपने हिसाब से किया बदलाव’

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सोमवार को कहा कि अब निकाय चुनाव के लिए समय बहुत कम है। आरक्षण में हुए परिवर्तन के हिसाब से सभी सीटों पर मंथन करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया, सत्तारूढ़ दल ने अपने हिसाब से आरक्षण में परिवर्तन किया है। उनके यहां कई सीटों पर पार्टी नेताओं में अंतर्द्वंद है इसलिए आरक्षण बदला गया है।

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