शीला के विकास मॉडल से होगा केजरीवाल का सामना, दिल्ली सीट से कांग्रेस ने खेला मास्टरस्ट्रोक

फरवरी 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार अपनी मां की विरासत वापस पाने को एक बेटा भी रण भूमि में उतरेगा। कांग्रेस ने 15 साल दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित के बेटे पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को उसी नई दिल्ली सीट से टिकट दी है, जहां से शीला दीक्षित चुनाव लड़ती रहीं।

शीला के बाद तीन बार से पूर्व मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल इस सीट से चुनाव जीत रहे हैं। गौरतलब है कि अपने 15 साल के शासन में शीला दीक्षित ने दिल्ली में विकास के अनेक कीर्तिमान गढ़े।

अब्दुल रहमान को टिकट देकर चुनावी मुकाबला हुआ दिलचस्प

उन्होंने हर क्षेत्र में दिल्ली का विकास किया। इस सच को विपक्षियों ने भी हमेशा स्वीकार किया है। अब कांग्रेस ने संदीप को उनकी जगह संभालने का मौका दिया है। संदीप (Sandeep Dikshit) इसमें कितना कामयाब हो पाते हैं, यह समय ही बता पाएगा।

21 उम्मीदवारों की पहली सूची में कांग्रेस ने देवेंद्र यादव, रागिनी नायक, अभिषेक दत्त, हारून यूसुफ, अनिल भारद्वाज, जय किशन और अनिल चौधरी जैसे अपने बड़े नेताओं को मैदान में उतारा है तो आप के बागी पूर्व विधायक आदर्श शास्त्री और मौजूदा विधायक अब्दुल रहमान को टिकट देकर चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय बनाने की कोशिश भी की है। आप और कांग्रेस के बीच कोई गठबंधन न होने की सूरत में मुकाबला इस बार आमने सामने का नहीं बल्कि त्रिकोणीय ही होने की संभावना है।

बाकी बचे  49 उम्मीदवारों की जल्द हो सकती है घोषणा

कांग्रेस ( delhi congress) ने पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए उनकी विरासत को संभालने की जिम्मेदारी उनके बेटे मुदित अग्रवाल को दी है। इसी तरह पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल और पूर्व विधायक हसन अहमद के बेटे शिवांक सिंघल व अली मेहदी को भी उम्मीदवार बनाया गया है। कुछ सीटों पर पार्टी ने नए चेहरों पर दांव खेला है। शेष 49 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा पार्टी आने वाले दिनों में दो से तीन सूचियों में करेगी।

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि दिल्ली में कांग्रेस ने पहली बार चुनाव से लगभग दो माह पूर्व उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। अन्यथा हमेशा नामांकन के दिनों में ही उम्मीदवार घोषित किए जाते रहे हैं।

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