भाजपा को छोड़ AAP में शामिल हुए सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू

उत्तरी दिल्ली की तिमारपुर विधानसभा सीट से एक बार निगम पार्षद और दो बार विधायक रहे सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू आज भाजपा छोड़ आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को ‘आप’ में शामिल कराया। इस दौरान सिसोदिया ने बिट्टू का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनका अनुभव पार्टी को उसके विकास कार्यों में मदद करेगा।
सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के अच्छे विकास कार्यों से प्रेरित होकर बिट्टू जी आज हमारी पार्टी में शामिल हो रहे हैं और मुझे यकीन है कि उनका अनुभव पार्टी को अच्छा काम जारी रखने में मदद करेगा।
वहीं, सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू ने आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद कहा कि केवल एक ही पार्टी है जो वास्तव में आम लोगों की जरूरतों को समझती है और मैं ‘आप’ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करूंगा।
बिट्टू के आम आदमी पार्टी में आने से तिमारपुर विधानसभा से ‘आप’ विधायक दिलीप पांडे का टिकट कटना तय माना जा रहा है। उनकी जगह सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को आम आदमी पार्टी से टिकट मिल सकता है।
कांग्रेस से दो बार विधायक रहे सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू ने 2017 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे, उसके बाद 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले फिर भाजपा चले गए थे, तब इन्हें दिलीप पांडे के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
केजरीवाल ने भाजपा पर दिल्ली के मतदाताओं के वोट कटवाने का आरोप लगाया
वहीं, आज आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर दिल्ली के मतदाताओं का वोटर लिस्ट नाम कटवाने का आरोप लगाया है। केजरीवाल ने दावा किया कि भाजपा दिल्ली चुनाव हार रही है, इसलिए वह विधानसभा सीटों से आम आदमी पार्टी के मतदाताओं का नाम कटवा रही है। उन्होंने शाहदरा विधानसभा का हवाला देते हुए कहा कि यहां पर भाजपा के एक नेता ने 11000 से अधिक मतदाताओं का नाम कटवाने के लिए चुनाव आयोग में आवेदन किया है। उन्होंने कहा कि हम इसके खिलाफ कोर्ट भी जाएंगे। उन्होंने चुनाव आयोग की भूमिका को भी संदिग्ध बताया है। केजरीवाल ने कहा कि चुनाव आयोग वेबसाइट पर नाम काटने वालों की सूची अपडेट नहीं कर रहा है। केजरीवाल ने कहा कि मैं आने वाले दिनों में एक और विधानसभा के ऐसे आंकड़े पेश करूंगा। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि 18 अक्टूबर के बाद किसी का भी नाम न काटा जाए।
‘आप’ का पिछली बार से भी ज्यादा सीटें जीतने का दावा
दिल्ली विधानसभा चुनाव अगले साल फरवरी में होने हैं और ‘आप’ 2020 के चुनावों में 70 में से 62 सीटें जीतने के बाद लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की उम्मीद कर रही है। आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा था कि उनकी पार्टी अगले साल दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बरकरार रखेगी और पिछले चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत को दोहराएगी।
पूर्वी दिल्ली के विश्वास नगर में पदयात्रा के दौरान केजरीवाल ने विश्वास जताया कि आम आदमी पार्टी को इस बार राजधानी में 2020 के विधानसभा चुनावों से भी अधिक सीटों पर जीत मिलेंगी।
केजरीवाल ने कहा कि वर्ष 2015 में ‘आप’ को 67 जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सिर्फ तीन सीटों पर जीत मिली थी। वर्ष 2020 में हुए चुनाव में ‘आप’ को 62 जबकि भाजपा को 8 सीट पर जीत हासिल हुई थी।