वनप्लस ने भारत में शुरू किया प्रोजेक्ट स्टारलाइट, 2000 करोड़ के निवेश से ग्राहकों को मिलेगी बेहतर सर्विस
ग्लोबल टेक्नोलॉजी ब्रांड वनप्लस ने आज भारत में प्रोडक्ट और सर्विसेज में इनोवेशन को गति देने के लिए अगले तीन सालों में ₹2,000 करोड़ के एनुअल इन्वेस्टमेंट की घोषणा की। इस इन्वेस्टमेंट प्लान को इस सेक्टर में ब्रांड के फ्यूचर इन्वेस्टमेंट के लिए एक स्ट्रैटेजिक विजन के तौर पर प्रोजेक्ट स्टारलाइट के नाम से लॉन्च किया गया।
वनप्लस इंडिया के सीईओ रॉबिन लियू ने कहा, ‘वनप्लस में हम अपने भारतीय यूजर्स की यूनिक जरूरतों को समझने और उन्हें एड्रेस करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ ‘प्रोजेक्ट स्टारलाइट हमारे यूजर्स द्वारा अपने डेली लाइफ में सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए तत्परता से काम करने के हमारे समर्पण का प्रदर्शन है। तेज गर्मी और ह्यूमिडिटी से लेकर हेवी यूसेज, हाई स्क्रीन ऑन-टाइम और वनप्लस यूजर्स के लंबे रिप्लेसमेंट साइकल तक, हम अपने डिवाइसेज और सर्विसेज की जरूरत को समझते हैं।
ताकि आने वाले सालों में हमारे यूजर्स को विश्वसनीय रूप से सर्विस ऑफर की जा सके। भारत वैश्विक स्तर पर हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता बना हुआ है और हम अपने इंडियन कम्युनिटी का विश्वास और स्नेह अर्जित करने का प्रयास जारी रखेंगे।’
प्रोजेक्ट स्टारलाइट इन्वेस्टेमेंट तीन मेजर सेक्टर्स पर फोकस्ड है- पहला ज्यादा ड्यूरेबल डिवाइस बनाना, बेहतर कस्टमर सर्विस और इंडिया स्पेसिफिक फीचर्स डेवलप करना।
लंबी परफॉर्मेंस के लिए ड्यूरेबल टेक्नोलॉजी को प्रायोरिटाइज करना
वनप्लस की पहली प्रोजेक्ट स्टारलाइट के जरिए डिवाइस को और भी ज्यादा टिकाऊ बनाने के लिए दो महत्वपूर्ण डिस्प्ले टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। पहला दुनिया का पहला डिस्प्लेमेट A++ डिस्प्ले बनाना और वनप्लस के ग्रीन लाइन वरी-फ्री सॉल्यूशन को रोल आउट करना।
नया डिस्प्ले एक अपकमिंग फ्लैगशिप डिवाइस में प्रीमियर के लिए तैयार है और इसे भारत की कड़ी धूप में बेहतर परफॉर्म करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये क्लैरिटी, ब्राइटनेस और कलर वाइब्रेंसी को रीडिफाइन करता है। 2K 120Hz ProXDR डिस्प्ले की 4500 निट्स की पीक ब्राइटनेस तेज धूप में भी क्लियर विजिबिलिटी देता है। यह सुनिश्चित करती है कि रंग कलर्स रहें और बिना किसी वॉशआउट के इमेज विविद रहें।
वहीं, वनप्लस के ग्रीन लाइन वरी-फ्री सॉल्यूशन का उद्देश्य पूरे इंडस्ट्री में मोबाइल डिवाइसेज में देखी जाने वाली ग्रीन लाइन चिंताओं को दूर करना है। इसमें वनप्लस सभी AMOLED डिस्प्ले में एक नई प्रोटेक्टिव लेयर जोड़ना, और भी अधिक कठोर और एक्स्ट्रीम हार्डवेयर टेस्ट करना शामिल है, जिससे जोखिम को न्यूनतम संभव स्तर तक कम किया जा सके।
सर्विस क्वालिटी को बेहतर करना
प्रोजेक्ट स्टारलाइट हार्डवेयर सुधारों से आगे बढ़कर, बेहतर सर्विस क्वालिटी के जरिए ओवरऑल यूजर एक्सपीरिएंस को बेहतर बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाता है। इस साल वनप्लस ने अपने सर्विस सेंटर्स में 22% की वृद्धि सफलतापूर्वक की, जिसमें ब्रांड के सीधे स्वामित्व वाले एक्सक्लूसिव सर्विस सेंटर्स में 11% की वृद्धि शामिल है। कंपनी का लक्ष्य 2026 के मध्य तक अपने सर्विस सेंटर्स का 50% तक विस्तार करना है।
इंडिया स्पेसिफिक फीचर्स को इनोवेट करना
प्रोजेक्ट स्टारलाइट का तीसरा फोकस वनप्लस को ऐसे फीचर्स डेवलप करने के लिए रहेगा। जो इंडियन यूजर बेस की खास जरूरतों को पूरा कर सकें। कंपनी ने फोकस करने के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों की पहचान की है। इनमें मीनिंगफुल और एडवांस्ड लोकल AI फंक्शन्स और स्टेबल, हाई स्पीड वाली कनेक्टिविटी की निरंतर मांग शामिल है। आज की इंटरकनेक्टेड दुनिया में, पर्सनल और प्रोफेसनल दोनों ही तरह के प्रयासों के लिए रिलायबल नेटवर्क कनेक्टिविटी जरूरी है। वनप्लस 13 सीरीज भारत में 5.5G कनेक्टिविटी एक्सपीरिएंस देने वाला पहला स्मार्टफोन होगा।