T20 में बड़ौदा क्रिकेट टीम के नाम दर्ज हुआ रिकॉर्ड, एक पारी में पड़े 37 छक्के
टी20 क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर अब बड़ौदा क्रिकेट टीम के नाम दर्ज हो गया है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 में आज खेले गए मैच में बड़ौदा ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 349 रन ठोक डाले, जिसमें भानु पूनिया ने नॉटआउट 134 रन बनाए। इस मैच में बड़ौदा की पारी के दौरान कुल 37 छक्के लगे। टी20 क्रिकेट में इस तरह से एक पारी में सबसे ज्याजा छक्के का वर्ल़्ड रिकॉर्ड भी बड़ौदा ने अपने नाम कर लिया है।
टी20 क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड इससे पहले जिम्बाब्वे के नाम दर्ज था, जिसने गांबिया के खिलाफ 23 अक्टूबर को इसी साल 344 रन बनाए थे। वहीं एक पारी में सबसे ज्यादा छक्कों का रिकॉर्ड भी जिम्बाब्वे के नाम इसी मैच में दर्ज हुआ था। जिम्बाब्वे की ओर से एक पारी में तब कुल 27 छक्के लगे थे। बड़ौदा की टीम ने इस दौरान कुल 37 छक्के लगाए, जिसमें से 15 छक्के तो भानु पूनिया के बैट से ही निकले।
क्रुणाल पांड्या की कप्तानी वाली बड़ौदा टीम की ओर से इस मैच में हार्दिक पांड्या नहीं खेल रहे हैं। इस मैच में बड़ौदा के चार खिलाड़ियों ने 50+ स्कोर बनाया। शाश्वत रावत और अभिमन्यु सिंह ने मिलकर ताबड़तोड़ शुरुआत की और दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 5 ओवर में ही 90 रन बना डाले। अभिमन्यु 17 गेंद पर 53 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद शाश्वत 43 रन बनाकर आउट हुए। भानु और शिवालिक शर्मा ने मिलकर इसके बाद ऐसी तबाही मचाई कि हर कोई बस देखता ही रह गया। शिवालिक 17 गेंद पर 55 रन बनाकर आउट हुए। और विष्णु सोलंकी ने 16 गेंदों पर 50 रन बनाए। भानु ने 51 गेंदों पर नॉटआउट 134 रन ठोके, जिसमें पांच चौके और 15 छक्के शामिल थे।
टी20 क्रिकेट में एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड हालांकि भानु तोड़ने से चूक गए। भानु ने अगर चार छक्के और लगा दिए होते, तो यह वर्ल्ड रिकॉर्ड भी ध्वस्त हो जाता। टी20 क्रिकेट के इतिहास में एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बैटर क्रिस गेल हैं। गेल ने रंगपुर राइडर्स की ओर से खेलते हुए बांग्लादेश प्रीमियर लीग में ढाका डायनामाइट्स के खिलाफ 146 रनों की पारी खेली थी और इस दौरान 18 छक्के लगाए थे। इस मैच में चौके और छक्के से बड़ौदा ने कुल 294 रन बटोरे, जो एक पारी में बाउंड्रीज के साथ बटोरे गए सबसे ज्यादा रन हैं। इससे पहले यह वर्ल्ड रिकॉर्ड भी जिम्बाब्वे के नाम दर्ज था, जिसमें 344 टोटल वाले मैच में 282 रन बाउंड्रीज से बटोरे थे।