संभल जा रहे राहुल गांधी के काफिले को पुलिस ने रोका, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया बवाल

संभल में हुए बवाल (Sambhal Violence) के दौरान मारे गए लोगोंं के पर‍िजनों से मिलने के लिए कांग्रेस वरिष्ठ नेता व रायबरेली से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) संभल जाने के ल‍िए न‍िकल चुके हैं, लेक‍िन उनके काफ‍िले को गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक द‍िया गया है। राहुल और प्र‍ियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के काफ‍िले को रोके जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुल‍िस से झड़प भी हुई।

खबरों के मुताब‍िक, कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा, “सरकार हमें क्यों रोक रही है? वे क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें किस बात का डर है? विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें यह देखने का अधिकार है कि देश में क्या चल रहा है। संभल में जो घटना हुई वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। लोगों की हत्या हुई है, कौन जिम्मेदार है? अगर नेता प्रतिपक्ष मौके पर नहीं जाएंगे तो वह इस मुद्दे को संसद में कैसे रखेंगे? हम संभल के हालात देखना चाहते हैं लेकिन सरकार हमें क्यों रोक रही है? क्या यह तानाशाही नहीं है? राहुल गांधी जरूर संभल जाएंगे और पीड़ित परिवारों से मिलेंगे और उनकी आवाज उठाएंगे।”

करीब दस दिन पहले रविवार को जामा मस्जिद में हो रहे सर्वे के दौरान बवाल हो गया था। जहां भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव फायरिंग कर दी थी। ऐसे में चार लोगों की मौत हो गई थी। इस बवाल के दौरान क्षेत्र की इंटरनेट व्यवस्था को भी बंद करा दिया गया था, जिससे अफवाहों काे फैलने से रोका जा सके। वहीं दूसरी तरफ बाहरी व्यक्तियों के शहर में आने पर पाबंदी लगा दी गई थी और इसके लिए जिले की सीमाओं को सील कर पुलिस प्रशासन की ओर से चौकसी बढ़ा दी गई थी।

वाहनों के साथ संद‍िग्‍ध लोगों की हो रही जांच

ऐसे में वाहनों की चेकिंग के साथ ही संदिग्ध लोगों की जांच व तलाशी कराई जा रही थी। इस दौरान कांग्रेस व सपा समेत कई अन्य राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधि मंडल ने भी संभल में आने की घोषणा की थी, लेकिन उन्हें संभल में लागू निषेधाज्ञा के बारे में बताते हुए यहां पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया था। इस बारे में पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने बताया कि जिले की सीमाओं पर चौकसी को बढ़ा दिया गया है, क्योंकि 10 दिसंबर तक किसी भी बाहरी व्यक्ति के संभल में आने पर रोक है।

20 पाबंदी के बाद भी पहुंचे कांग्रेस नेता

बता दें, पुलिस प्रशासन की पाबंदी के बाद भी मंगलवार को कांग्रेस नेता संभल पहुंच गए और मृतकों के स्वजन से बातचीत कर उनका हाल जाना। कांग्रेस नेताओं के संभल पहुंचने और उनके पीड़ितों के स्वजन से मिलने के बारे में खुफिया विभाग व पुलिस को कोई जानकारी नहीं हो सकी। शहर में हुए बवाल के बाद शांति व सुरक्षा-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से जगह जगह पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। साथ ही सुरक्षा व शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से बाहरी व्यक्तियों के आने पर पाबंदी लगा दी गई थी। जहां पहले 30 नवंबर तक यह पाबंदी थी, लेकिन बाद में प्रशासन की ओर से इसे बढ़ाकर 10 दिसंबर तक दिया गया था।

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