IT एम्प्लॉय से ऑनलाइन एस्कॉर्ट सर्विस बुक करने के बाद 8.1 लाख रुपए की जबरन वसूली

बेंगलुरु के इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी के 29 वर्षीय आईटी पेशेवर से ऑनलाइन एस्कॉर्ट सर्विस (Bengaluru techie scammed by escort) बुक करने के बाद 8.1 लाख रुपए की जबरन वसूली की गई।
यह घटना तब सामने आई जब पीड़ित गौतम (बदला हुआ नाम) ने एक पोर्टल के माध्यम से एक महिला से संपर्क किया और जबरन वसूली के जाल में फंस गया।
टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, गौतम, जो एक निजी फर्म में काम करता है, को massagerepublic.com नामक वेबसाइट पर अमृता गिल नाम की एक एस्कॉर्ट का नंबर मिला। खुद को रूपा, कुशी और सोनिया जैसे कई नामों से पेश करने वाली महिला ने 15,000 रुपये की कीमत पर तीन घंटे के लिए उससे मिलने के लिए हामी भरी।
एस्कॉर्ट गैंग ने की 8.1 लाख रुपये की वसूली
29 नवंबर को गौतम ने रेजीडेंसी रोड पर एक होटल का कमरा बुक किया, जहाँ शाम 6:15 बजे रूपा पहुँची। गौतम को पता चल गया था कि वह 30 साल की है, जबकि पहले उसने 18 साल की होने का दावा किया था। उसने उसे डिजिटल पेमेंट ऐप के जरिए 16,000 रुपये का भुगतान किया, जिसमें 1,000 रुपये कैब का किराया भी शामिल था।
हालांकि, मामला तब और बिगड़ गया जब रूपा ने दावा किया कि वह एक अंडरकवर पुलिस अधिकारी है और उसे गिरफ्तार करने की धमकी दी। इसके तुरंत बाद, गौतम को एक व्यक्ति से व्हाट्सएप ऑडियो कॉल आया जिसने खुद को हितेश कुमार, एक “आईपीएस अधिकारी” और रूपा का सहयोगी बताया। कॉल करने वाले की डिस्प्ले पिक्चर में पुलिस की वर्दी में एक व्यक्ति दिखाई दे रहा था।
रूपा ने गौतम का फोन छीन लिया और कॉल को स्पीकर पर रख दिया।
आरोपियों ने की थी 10 लाख रुपये की मांग
गौतम के अनुसार, कुमार ने पीड़ित को बताया कि उसे डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया है और गिरफ्तारी से बचने के लिए 10 लाख रुपये की मांग की।
गौतम ने टाइम्स ऑफ इंडिया (टीओआई) को बताया, मैंने उससे कहा कि मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं। उसने मुझे पुलिस स्टेशन ले जाने की धमकी दी।
रूपा ने गौतम के क्रेडिट कार्ड और दो अन्य लोगों की जानकारी का इस्तेमाल करके कई किश्तों में कई खातों में ₹8.1 लाख ट्रांसफर किए। रात 8:30 बजे तक जबरन वसूली जारी रही। जब गौतम ने मामले को सुलझाने के लिए पुलिस स्टेशन जाने का सुझाव दिया, तो रूपा उसके पीछे होटल रिसेप्शन पर चली गई।
पुलिस ने महिला आरोपी को किया गिरफ्तार
वहां गौतम ने होटल स्टाफ को सारी बात बताई और पुलिस हेल्पलाइन पर कॉल करने को कहा। रूपा ने कॉल काट दिया और भागने की कोशिश की। बाहर आकर उसने कपड़े उतार दिए और गौतम पर उसके साथ बदसलूकी करने का आरोप लगाया, यहां तक कि भागने की कोशिश में उसने गौतम का हाथ भी काट लिया।
जैसे ही रूपा ने पुलिस को आते देखा, उसने बेहोश होने का नाटक किया और फिर जल्दी से पुलिस की गाड़ी में चढ़ गई। अधिकारियों ने गौतम को 1930 साइबर हेल्पलाइन से संपर्क करने में मदद की ताकि उन खातों को फ्रीज किया जा सके जिनमें पैसे ट्रांसफर किए गए थे।
आगे की जांच में पता चला कि रूपा, जिसकी पहचान पूजा के रूप में हुई है, उसके पास मिले आधार कार्ड के अनुसार 31 साल की थी। उसे गिरफ्तार कर लिया गया और हिरासत में ले लिया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने गिरफ्तारी की पुष्टि की और कहा कि महिला को हिरासत में ले लिया गया है।