बेंगलुरु में व्यवसायी महिला ने की आत्महत्या, पुलिस अधिकारी पर उकसाने का लगा आरोप
बेंगलुरु से एक हैरान कर देने वाली खबर आई है। यहां पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर एक महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर महिला व्यवसायी को निर्वस्त्र करने, 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और सबके सामने अपमानित करने का आरोप लगा है। पूरे मामले में पुलिस ने पुलिस उपाधीक्षक कनकलक्ष्मी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच चल रही है।
घर में मृत मिली थी महिला व्यापारी
खबरों की मानें तो कुछ दिनों पहले एस जीवा अपने घर पर मृत पाई गईं थी। उनके पास से 11 पन्नों का एक नोट मिला था। इस नोट में उन्होंने अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के एक अधिकारी पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया था।
जानकारी दें कि एस जीवा एक व्यवसायी थीं और बेंबलुरु में एक लकड़ी की दुकान चलाती थीं। पिछले शुक्रवार को (22 नवंबर) को उनका शव उनके घर के कमरे में पड़ा मिला था। उनके शव के पास से एक 11 पन्नो को नोट भी बरामद किया गया था। इसके आधार पर उनकी बहन एस संगीता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत के अनुसार एस जीवा की मौत का जिम्मेदार पुलिस उपाधीक्षक कनकलक्ष्मी को ठहराया गया है।
भोवी विकास निगम घोटाले में आरोपी थीं एस जीवा
उल्लेखनीय है कि एस जीवा कर्नाटक भोवी विकास निगम घोटाले के आरोपियों में से एक थीं। इसमें नौकरी योजना के तहत भोवी समुदाय के सदस्यों को ऋण देने के लिए निर्धारित धन का दुरुपयोग शामिल था। इस पूरे मामले में जांच अभी चल रही है। मामले की जांच की जिम्मेदारी सीआईडी को सौंपी गई थी।
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने CID को 14 से 23 नवंबर के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एस जीवा से पूछताछ करने की अनुमति दी थी। हालांकि, आरोप है कि सीआईडी के अधिकारियों ने उनको व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए कहा था। विगत 14 नवंबर को एस जीवा सीआईडी कार्यालय में पेश हुईं।
CID के सामने पेश हुईं थी जीवा
आरोप है कि जिस वक्त जीवा सीआईडी कार्यालय में पेश हुईं, उस वक्त उनको परेशान किया गया। एस जीवा के कपड़े उतरवाए गए, उनसे पूछा गया कि क्या उनके पास साइनाइड है? एस जीवा के शव के पास से जो नोट प्राप्त हुआ था, उसके अनुसार पुलिस अधिकारी ने जीवा से 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगी और उनके द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
कथित तौर पर अधिकारियों द्वारा ये उत्पीड़न कुछ दिनों तक जारी रहा। जो एफआईआर एस जीवा की बहन द्वारा दर्ज कराई गई है, उसके अनुसार पुलिस अधिकारी एस जीवा से मिलने उनकी दुकान पर गया और उनके कर्मचारियों के सामने उन्हें अपमानित किया।