राजकुमार की ‘विकी विद्या का वो वाला वीडियो’ में ठूंसा ‘स्त्री’ एलिमेंट, पढ़िए फिल्म का रिव्यू…
रोमांटिक कॉमेडी फिल्म ‘विकी विद्या का वो वाला वीडियो’ दशहरा के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। ‘विकी विद्या का वो वाला वीडियो’ के मेकर्स दावा कर रहे हैं कि ये फिल्म 97 फीसदी पारिवारिक और 3 फीसदी महापारिवारिक है। उनका कहना है कि ये फिल्म देखते वक्त आप हंस-हंसकर लोट-पोट हो जाएंगे। लेकिन, जब हम थिएटर में ये फिल्म देखने गए तब ऐसा हुआ या नहीं? जानने के लिए पढ़िए फिल्म का रिव्यू।
फिल्म की कहानी (स्पॉइलर फ्री)
विकी (राजकुमार राव), ऋषिकेश का बेस्ट मेहंदी आर्टिस्ट होता है। उसे एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाली लड़की विद्या (तृप्ति डिमरी) से प्यार हो जाता है। दोनों की शादी हो जाती है और शादी के बाद विकी-विद्या के परिवार वाले उन्हें गिफ्ट में वैष्णो देवी की टिकट्स देते हैं, लेकिन विकी-विद्या वैष्णो देवी जाने की बजाए अपना हनीमून मनाने गोवा चले जाते हैं। विकी कहीं पढ़ता है कि अमेरिकी कपल्स अपने सेक्स का वीडियो रिकॉर्ड करते हैं और उसे बार-बार देखते हैं। ऐसे करने से उनकी शादी लम्बी चलती है।
ऐसे में विकी जैसे-तैसे विद्या को मनाता है और फिर दोनों कैसेट में अपने पहले सेक्स का वीडियो रिकॉर्ड करते हैं। गोवा से वापस आने के बाद विकी और विद्या रात में बैठकर अपना वीडियो देखते और सो जाते हैं। अगले दिन उनके घर में चोरी होती है और चोर अन्य सामान के साथ उनके वीडियो वाली सीडी भी चोरी करके ले जाता है। इसके बाद, विकी की बहन चंदा (मल्लिका शेरावत) और पुलिस अधिकारी (विजय राज) की एंट्री होती है। अब सवाल यह उठता कि क्या विकी को उसकी सीडी मिलेगी? इसका जवाब जानने लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
एक्टिंग
राजकुमार राव की कॉमिक टाइमिंग जोरदार है। तृप्ति डिमरी ने ‘बैड न्यूज’ से बेहतर एक्टिंग की है। विकी के दादा के रोल में टिकू तलसानिया ठीकठाक लगे हैं। विजय राज ने एक औसत दर्जे की स्क्रिप्ट को कामयाब बनाने की बहुत कोशिश की हैं। वहीं मल्लिका शेरावत और अश्विनी कालसेकर की एक्टिंग तो अच्छी है, लेकिन उनके रोल को ठीक तरीके से लिखा नहीं गया है।
फिल्म का डायरेक्शन
लेखक-निर्देशक राज शांडिल्य का कॉमेडी में अच्छा-खासा अनुभव रहा है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत ‘कॉमेडी सर्कस’ जैसे कॉमेडी शो की स्क्रिप्ट लिखने से की है। यही कारण है कि उनकी फिल्म ‘विकी विद्या का वो वाला वीडियो’ में कॉमेडी का फूल डोज देखने को मिला, लेकिन उन्होंने ‘वो वाला वीडियो’ ढूंढने में इतना समय लगा दिया कि अंत तक आते-आते फिल्म बोरिंग लगने लगी।
‘स्त्री’ की कॉपी कर बुरे फंसे मेकर्स
फिल्म का पहला हाफ बहुत शानदार है। कहानी, एक्टिंग और कॉमेडी…सब सही है। लेकिन, सेकेंड हाफ बेकार है। दरअसल, सेकेंड हाफ में मेकर्स ने ‘स्त्री’ जैसा हॉरर एलिमेंट डालने की कोशिश की है और उनकी इस कोशिश ने अच्छे मैसेज वाली इस फिल्म को बर्बाद कर दिया।
देखें या नहीं
फिल्म में मैसे दिया गया है कि कभी भी अपने सेक्स का वीडियो मत बनाइए इसलिए आप इस फिल्म को एक बार ओटीटी पर देख सकते हैं।