पीएम मोदी ने सेमीकॉन इंडिया का इनॉगरेशन किया, 6 साल में 60 लाख नौकरियां मिलेंगी

नोएडा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रेटर नोएडा के एक्सपो सेंटर में सेमीकॉन इंडिया 2024 का इनॉगरेशन किया। कहा- इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर को 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। इस दशक के अंत तक यानी 2030 तक भारत के युवाओं के लिए 60 लाख जॉब क्रिएट होगी। पीएम ने कहा हमें यह याद रखना है कि जब टेक्नोलॉजी के साथ डेमोक्रेटिक वैल्यू जुड़ जाती है, तब टेक्नोलॉजी की पॉजिटिव एनर्जी बढ़ जाती है। अगर टेक्नोलॉजी से डेमोक्रेटिक वैल्यू हट जाती है, तो टेक्नोलॉजी घातक हो जाती है। 3 दिवसीय सेमीकॉन इंडिया में 29 देशों के डेलीगेट्स शामिल हुए। न्च् का पहला सेमीकंडक्टर पार्क डेवलप होने से पहले यह एक्सपो बहुत अहम माना जा रहा है। अनुमान है कि इससे करीब 5 लाख युवाओं को जॉब मिलेगी। साथ ही, सेमीकंडक्टर (इलेक्ट्रानिक चिप) बनाने में देश को आत्मनिर्भर होगा। पीएम मोदी ने कहा हमें यह याद रखना है कि जब टेक्नोलॉजी के साथ डेमोक्रेटिक वैल्यू जुड़ जाती है। तब टेक्नोलॉजी की पॉजिटिव एनर्जी बढ़ जाती है। वहीं अगर टेक्नोलॉजी से डेमोक्रेटिक वैल्यू हट जाती हैं, तो टेक्नोलॉजी घातक हो जाती है। हमारा फोकस एकदम क्लियर है। हम ऐसी दुनिया बनाना चाहते हैं, जो संकट के समय रुके और ठहरे नहीं, निरंतर चलती रहे। आप भी भारत के इन प्रयासों को मजबूत करेंगे। इसी विश्वास के साथ आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं और धन्यवाद।

पीएम मोदी ने कहा दशक के अंत तक इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर को 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। इससे भारत के युवाओं के लिए करीब 60 लाख जॉब क्रिएट होगी। भारत के सेमी कंडक्टर सेक्टर को भी बहुत फायदा होगा। हमारा लक्ष्य है कि इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग का 100ः काम भारत में ही हो। यानी भारत सेमी कंडक्टर चिप और फिनिश गुड्स भी बनाएगा। पीएम मोदी ने कहा एक दशक पहले हम मोबाइल फोन के इंपोटर्स में से एक थे। आज हम दुनिया के नंबर टू प्रोड्यूसर्स और एक्सपोटर्स हैं। अभी एक ताजा रिपोर्ट आई है। आज भारत-5 जी हैंडसेट का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट बन चुका है। 2 साल पहले ही हमने 5-जी रोल आउट शुरू किया था। आज देखिए हम कहां से कहां पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा आज का युग सिलिकॉन डिप्लोमेसी का युग है। इसी साल भारत इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क की सप्लाई चेन काउंसिल का वाइस चेयर बन चुका है। हम कोर सेमी कंडक्टर सप्लाई चेन के भी पार्टनर हैं। हमने जापान और सिंगापुर समेत कई देशों के साथ एग्रीमेंट भी साइन किए हैं। इस सेक्टर में अमेरिका के साथ भारत भी अपना सहयोग लगातार बढ़ा रहा है।

आप सभी भारत के सेमी कंडक्टर मिशन के बारे में जानते हैं। कुछ लोग सवाल उठाते हैं कि भारत इस पर फोकस क्यों कर रहा है। ऐसे लोगों को डिजिटल इंडिया मिशन को जरूर पढ़ना चाहिए। डिजिटल इंडिया मिशन का लक्ष्य देश को पारदर्शी, प्रभावी और लीकेज फ्री गर्वनेंस देना था। आज हम इसका अनुभव कर रहे हैं। डिजिटल इंडिया मिशन के लिए हमें मोबाइल और डाटा की जरूरत थी। हमने जरूरी रिफॉर्म और इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया। पीएम मोदी ने कहा सेमी कंडक्टर पावर हाउस बनाने के लिए जो भी जरूरी होगा, भारत वो सबकुछ करने वाला है। क्रिटिकल मिनरल्स के डोमेस्टिक प्रोडेक्शन के लिए हमने क्रिटिकल मिनरल्स मिशन की घोषणा की है। क्रिटिकल्स मिनरल्स को कस्टम ड्यूटी से छूट देना हो, माइनिंग जैसी चीजों पर तेजी से काम हो रहा है।

सिर्फ इतना ही नहीं, हम इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेस साइंस में एक सेमी कंडक्टर रिसर्च सेंटर बनाने के लिए काम कर रहे हैं। हम प्प्ज् के साथ पार्टनरशिप कर रहे हैं। ताकि हमारे इंजीनियर न सिर्फ अभी के लिए हाईटेक चिप बनाए बल्कि नेक्स्ट जेनरेशन चिप पर भी काम करें। पीएम मोदी ने कहा भारत की नीतियों के कारण ही बहुत कम समय में 1.5 ट्रिलियन रुपए का इन्वेस्टमेंट इस क्षेत्र में भारत में हो चुके हैं। कई प्रोजेक्ट अभी पाइप लाइन में हैं। सेमीक्रॉन इंडिया प्रोग्राम भी एक अद्भुत योजना है। हम फाइनेंशियल सपोर्ट कर रहे हैं। यानी भारत में 360 डिग्री अप्रोच के साथ काम हो रहा है। हमारी सरकार भारत में पूरे सेमी कंडक्टर सप्लाई चेन सिस्टम को आगे बढ़ा रही है। मैंने इस साल लाल किले से कहा है कि हमारा सपना है कि दुनिया की हर डिवाइस में इंडियन मेड चिप हो। पीएम मोदी ने कहा आज भारत आत्मनिर्भर होने के लिए हर एक सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ा रहा है।

भारत में डाटा सेंटर की डिमांड लगातार बढ़ रही है। यानी ग्लोबल सेमी कंडक्टर इंडस्ट्री में भारत बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है। एक पुरानी कहावत रही है- जो चल रहा है, उसे वैसे ही चलने दिया जाए। आज का यंग भारत इस भावना में नहीं चलता है। आज भारत का मंत्र है-इनक्रिजिंग द नंबर्स ऑफ चिप प्रोड्यसिंग इन इंडिया। इसलिए हमने सेमी कंडक्टर इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने के लिए बहुत कदम उठाए हैं। भारत में सेमी कंडक्टर फैसिलिटी लगाने में 50ः योगदान भारत सरकार और राज्य सरकारें अपने स्तर से कर रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कोरोना काल में जब दुनिया के मजबूत से मजबूत बैंकिंग सिस्टम चरमरा गए, तब भारत में बैंक बिना रुके चल रहे थे। भारत का यूपीआई, रुपे कार्ड हो या डिजी लॉकर से लेकर डिजी यात्रा तक अलग-अलग तरह के डिजिटल प्लेटफॉर्म भारत के लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गए थे। पीएम ने कहा भारत की टेक ओरिएंटेड सोसाइटी बहुत यूनिक है। भारत के लिए चिप का मतलब टेक्नोलॉजी भर नहीं है। हमारे लिए यह करोड़ों एक्सीपिरियंस को पूरा करने का माध्यम है। आज भारत चिप का बहुत बड़ा कंज्यूमर है। इसी चिप पर हमनें दुनिया का सबसे बेहतरीन डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्ट किया है। भारत में लास्ट मैन डिलिवरी सुनिश्चित करने में आज यह छोटी सी चिप बड़े-बड़े काम आ रही है।

भारत ने वन ट्रिलियन रुपए का स्पेशल रिसर्च फंड भी बनाया है। इससे सेमी कंडक्टर और साइंस सेक्टर में इनोवेशन का दायरा बहुत तेजी से बढ़ने वाला है। हम सेमी कंडक्टर से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत फोकस कर रहे हैं। इसके अलावा आपके पास 3डी पावर भी है। पहली-भारत की आज की हमारी रिफॉर्मिंग गवर्नमेंट, दूसरा- भारत में ग्रोइंग मैन्युफैक्चरिंग बिल्ट्स। तीसरा-भारत का मार्केट। एक ऐसा मार्केट जो टेक्नोलॉजी का टेस्ट जानता है। आपके लिए थ्री डी पावर ऐसा बेस है, जो कहीं और मिलना मुश्किल है। सेमी कंडक्टर की आपकी इंडस्ट्री इंटिग्रेटेड सर्किट से जुड़ी हुई है। भारत भी आपको एक डंटिग्रेटेड इको सिस्टम देता है। भारत के डिजाइनर, उनके जबरदस्त टैलेंट को आप भलि-भांति जानते हैं। डिजाइनिंग की दुनिया में 20ः योगदान भारत करता है। इसका निरंतर विस्तार हो रहा है। हम 85 हजार टेक्निशियन-इंजीनियर और त्छक् एक्सपर्ट की सेमी कंडक्टर वर्कशॉप तैयार कर रहे हैं। भारत का फोकस अपने स्टूटेंड्स और प्रोफेसर्स को सेमी कंडक्टर इंडस्ट्री की रेहड़ी बनाने पर है। कल ही अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की पहली बैठक हुई है। इस फाउंडेशन से भारत के रिसर्च इको सिस्टम को एक नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी। सेमी कंडक्टर की दुनिया से जुड़े आप लोगों का नाता डायोक से जरूर पड़ता है।

डायोक में एनर्जी सिर्फ एक डायरेक्शन में जाती है। लेकिन, भारत के सेमी कंडक्टर इंडस्ट्री में स्पेशल डायस लगे हुए हैं। यहां हमारी एनर्जी दोनों डायरेक्शन में जाती है। आपके मन में आएगा कैसे? तो यह इंट्रेस्टिंग है। आप निवेश करते हैं और वैल्यू क्रिएट करते हैं। वही सरकार आपको स्टेबल पॉलिसी और इज ऑफ डूइंग बिजनेस देती है। पीएम मोदी ने कहा आप सही समय पर सही जगह पर हैं। 21 सेंचुरी के भारत में द चीक्स आर नेवर डाउन… सिर्फ इतना ही नहीं, आज का भारत दुनिया को भरोसा देता है- वेन द चीक्स आर डाउन यू कैन बेट ऑन इंडिया। भारत दुनिया का आठवां देश है, जहां ग्लोबल सेमी कंडक्टर इंडस्ट्री से जुड़ा यह भव्य आयोजन हो रहा है। मैं कह सकता हूं कि दिस इज द राइट टाइम टू बी इन इंडिया। योगी ने कहा प्रदेश में निवेश के अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं। ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में प्रदेश ने लगातार टॉप अचीवर का दर्जा हासिल किया है। सेमी कंडक्टर, आईटी, आईटीएस, डाटा सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग, डिफेंस-एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, वेयर हाउसिंग-लॉजेस्टिक, एमएसएमई, टेक्स्टाइल और टूरिस्ट समेत 27 सेक्टर पॉलिसी लागू हैं। यूपी में थ्ठप् फॉर्च्यून ग्लोबल इंडिया 500, फॉर्च्यून इंडिया 500 के लिए भी नीति है। योगी ने कहा यहां कई कंपनियां स्थानीय प्रतिभा को फायदा पहुंचाने में और सेमी कंडक्टर डिजाइन के मैन्युफैक्चरिंग में अपना योगदान दे रही हैं। इसको देखते हुए आईटी इंडस्ट्री को प्रदेश में उद्योग का दर्जा देने का निर्णय लिया गया है। जिससे आईटी कंपनियों को कम दर में जमीन दी जा सके। 150 किलोवॉट विद्युत आपूर्ति सभी आईटी कंपनियों को दी जा सके। योगी ने कहा आज यूपी डाटा सेंटर के एक बड़े हब के रूप में विकसित हुआ है। प्रदेश में सेमी कंडक्टर कंट्रोल माहौल तैयार करने के लिए यूपी में सेमी कंडक्टर नीति 2024 लागू की गई है। इस नीति में पूंजीगत सहायता, ब्याज, उत्पादन, विद्युत शुल्क और स्टैंप में छूट के प्रावधान किए गए हैं। यूपी वैश्विक सेमी कंडक्टर डिजाइन इंजीनियर के हब के रूप में स्थापित हो रहा है। योगी ने कहा पिछले कुछ वर्षों में यूपी में जो प्रयास शुरू हुए। आज उसका परिणाम है कि देश की मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग के 55ः और मोबाइल कंपोनेंट का 50ः उत्पादन यूपी में हो रहा है।

यूपी कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक के निर्यातक के रूप में उभरा है। सैमसंग इंडिया ने डिस्प्ले यूनिट प्लांट की स्थापना का निवेश भी इसी नोएडा में किया है। सीएम योगी ने कहा साल 2020 में इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोविड-19 के कारण काम लगातार प्रभावित रहा। एक ओर कोविड-19 का दुष्प्रभाव, तो दूसरी ओर राजनीतिक वैश्विक तनाव से ग्लोबल सप्लाई चेन पर एक बुरा असर पड़ा। सेमी कंडक्टर इंडस्ट्री भी इससे प्रभावित हुई। उस समय हमने देखा होगा कि ऑटो मोबाइल, मेडिकल या इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। पीएम मोदी की विजनरी लीडरशिप की वजह से हम आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़े। यूपी में भी इस दिशा में आईटी सेक्टर, सेमी कंडक्डर, डाटा सेंटर और इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग पर विशेष ध्यान देने और इस दिशा में नए प्रयास के लिए यह काम शुरू किया गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- सेमी कंडक्टर इंडस्ट्री हमारे प्रधानमंत्री जी का विजन है। इसके लिए हम उनका धन्यवाद देते हैं। सेमी कंडक्टर से बस, कार, ट्रक और मोबाइल फोन समेत कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ऑन और ऑफ होते हैं। सेमी कंडक्टर प्रोग्राम से अगले 10 सालों में 85 हजार से ज्यादा इंजीनियर बनेंगे। देश की यूनिवर्सिटी में नए कोर्स की शुरूआत होगी।

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