दिल्ली नगर निगम की वार्ड समिति चुनाव की तारीख का ऐलान, इस दिन तक नामांकन
दिल्ली नगर निगम ने वार्ड समिति के चुनावों की तिथी घोषित कर दी है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और विपक्षी भाजपा के बीच राजनीतिक गतिरोध के कारण वार्ड समिति और उसके बाद की स्थायी समिति के चुनावों में डेढ़ साल से अधिक की देरी हुई है।
दिल्ली नगर निगम की आधिकारिक आदेश के अनुसार, 12 क्षेत्रीय निकायों में से प्रत्येक के लिए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति के लिए दिल्ली नगर निगम की वार्ड समिति के चुनाव 4 सितंबर को होंगे। इसमें कहा गया है कि चुनाव दिल्ली नगर निगम विनियम, 1958 के अनुसार गुप्त मतदान के माध्यम से होगा।
नगर निगम सचिव के पास नामांकन दाखिल करने के लिए पार्षदों के पास 30 अगस्त तक का समय होगा। एमसीडी के छह जोन सिटी और एसपी जोन, रोहिणी जोन, नजफगढ़ जोन, वेस्ट जोन, साउथ जोन और सेंट्रल जोन में चुनाव सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच नगर निकाय मुख्यालय के हंसराज गुप्ता सभागार में होंगे।
शेष छह जोन जिसमें करोल बाग जोन, केशव पुरम जोन, शाहदरा साउथ जोन, शाहदरा नॉर्थ जोन, सिविल लाइंस जोन और नरेला जोन शामिल हैं, चुनाव एमसीडी मुख्यालय के सत्य नारायण बंसल सभागार में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच होंगे।
दिल्ली नगर निगम के नियमों के अनुसार, चुनाव के लिए प्रत्येक उम्मीदवार को निर्धारित प्रपत्र में एक नामांकन पत्र द्वारा नामांकित किया जाएगा। इस पर उम्मीदवार और प्रस्तावक के अलावा अनुमोदक के रूप में निगम के दो अन्य सदस्यों द्वारा हस्ताक्षर किए जाएंगे। नामांकन नगरपालिका सचिव को शुक्रवार 30 अगस्त तक पहुंचाना होगा।
बता दें कि एमसीडी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था, स्थायी समिति के गठन के लिए वार्ड समितियां आवश्यक हैं। दिल्ली नगर निगम के नियमों के प्रावधान के अनुसार, वार्ड समितियां हर साल अपनी पहली बैठक में अपने सदस्यों में से एक को, जो एक पार्षद होता है, अध्यक्ष चुनती है और अन्य सदस्यों को जोनल स्तर के निकाय का उपाध्यक्ष चुनती है। यह स्थायी समिति के लिए भी एक-एक सदस्य को नामांकित करता है। चार सितंबर को होने वाले चुनाव को वार्ड समितियों की पहली बैठक माना जाएगा।
वार्ड समिति और उसके बाद की स्थायी समिति के चुनावों में डेढ़ साल से अधिक की देरी के कारण कई प्रमुख नीतिगत निर्णय अधर में लटके हुए हैं, जिनके लिए स्थायी समिति की प्रशासनिक मंजूरी की आवश्यकता होती है।