एक करोड़ के इनामी नक्सली आनंद की मौत, माओवादी ने बताया समय पर नहीं मिल पाया इलाज
छत्तीसगढ़ में 1 करोड़ के इनामी नक्सली की मौत की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि नक्सली आनंद की इलाज के अभाव के कारण मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक आनंद को बीमार होने की वजह से इलाज नहीं मिल पाया जिस वजह से उसकी मौत हो गई है।
नक्सलियों के केंद्रीय कमेटी के पोलित ब्यूरो सदस्य कामरेड आनंद उर्फ कटकम सुदर्शन की मौत पर नक्सल संगठन ने काफी नुकसान होने की बात कही है। नक्सल संगठन ने ऐसा इसलिए कहा कि सुदर्शन पांच दशक से नक्सल संगठन में रहते हुए कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है। साथ ही बड़ी वारदातों का मास्टर माइंड भी रहा है। इसके ऊपर एक करोड़ के इनाम भी था। कामरेड आनंद लंबी सांस सबंधी बीमारी, शुगर और बीपी जैसे समस्याओं से पिछले कुछ सालों से जूझ रहे़ा थे। आनंद ने तेलंगाना- दंडकारण्य की सीमा पर एक गुरिल्ला बेस में अंतिम सांस ली है।
नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी ने कामरेड आनंद उर्फ कटकम सुदर्शन की मौत जानकारी दी है। उन्होंने 32 पन्नों का एक लेटर जारी किया है। इसमें बताया गया कि वह पिछले कई सालों से बीमारी के दौर से जूझ रहे थे। बताया जा रहा है कि मौत के बाद नक्सल संगठन द्वारा अपने ही किसी ठिकाने में अंतिम संस्कार किया गया है, लेकिन मौत की तारीख को काल्पनिक बताया गया है। नक्सलियों की जारी पर्चे में कहा गया कि कामरेड आनंद उर्फ कटकम सुदर्शन कि जैसे क्रांतिकारी दोबारा नहीं मिलेंगे।
खतरनाक नक्सली था आनंद
कामरेड आनंद टॉप कैडर नक्सली था। बस्तर में हुई कई नक्सल वारदातों का मास्टर माइंड था। बस्तर में अब तक हुई वारदातों की स्ट्रैटजी बनाने का काम उसने किया था। सुदर्शन का जन्म 17 में 1956 में एक मजदूर परिवार में हुआ था। बेल्लमपल्ली शहर के कन्नाला बस्ती में जन्म लिया था। सुदर्शन की पढ़ाई की बात करें तो वह दसवीं की पढ़ाई बेल्लमपल्ली में ही किया था। इसके बाद उसने इंटर और बीएससी की पढ़ाई की। हैदराबाद में 1974 में माइनिंग डिप्लोमा की। इसके अलावा कोल स्क्रीन प्लांट में 6 माह तक काम भी किया। आनंद के 6 बच्चे थे।