MP में गैंगरेप के आरोपी के घर पर चला बुलडोजर, आदिवासी महिला से दरिंदगी का मामला
मध्य प्रदेश के उज्जैन में बुधवार को डिंडोरी की रहने वाली 20 वर्षीय आदिवासी महिला के साथ हुए गैंगरेप के मामले में मुख्य आरोपी इमरान के मकान को पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर राजस्व विभाग के साथ नगर पालिका की टीम ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें मुख्य आरोपी इमरान और रवि हैं। इनके साथ ही पुलिस ने उनकी मदद करने के मामले में दो अन्य आरोपी पर भी मामला दर्ज किया है।
इमरान और रवि ने ताजपुर के एक खेत के पास बने शेड (झोपड़ी) में दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने घटनास्थल वाले शेड को भी तोड़ दिया है। कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। बता दें कि आरोपी रवि के मकान को तोड़ने की कार्रवाई भी की जाएगी।
यह था मामला
मध्य प्रदेश के उज्जैन में बुधवार को गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया था। यहां काम की तलाश में डिंडोरी जिले से आई युवती के साथ दो लोगों ने बारी बारी से गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया और भाग गए। पुलिस ने मामले में एक दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ और सीसीटीवी खंगालने के बाद 2 आरोपियों का गिरफ्तार किया था।
पूरा मामला जिले के पंवासा थाना क्षेत्र के ताजपुर में खेत पर बने कमरे में हुआ था। बताया जाता है कि पीड़ता अपने पति के साथ डिंडोरी जिले से काम की तलाश में उज्जैन पहुंची थी। इस दौरान उन्हें उज्जैन शहर के इंदिरा नगर चौराहे से एक आरोपी शाम 5 बजे के करीब काम दिलवाने के बहाने बाइक से गांव ताजपुर के खेत पर बने कमरे में लेकर पहुंचा था।
महिला को खेत पर बने कच्चे मकान में रहने और साफ-सफाई करने का बोलकर पति को किराने का समान दिलाने के बहाने साथ लेकर चला गया। इस दौरान वहां इमरान नामक आरोपी पहुंचा और उसने महिला के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद मोटरसाइकिल से गया युवक रवि लौट आया और उसने भी महिला से बलात्कार किया। दुष्कर्म के बाद किसी तरह आदिवासी महिला अर्धनग्न अवस्था में एक किलोमीटर तक भागकर अपनी जान बचाई थी।
पुलिस महिला की बात सुनकर तत्काल कार्रवाई करते हुए रात में ही टीम बनाई। पुलिस ने रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए। साथ ही 19 लोगों को बुलाकर पूछताछ की गई। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे से 2 संदिग्ध लोगों को चिन्हित कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान दोनों आरोपी भागते समय घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। आरोपी को पकड़ने गए पुलिस को देखने के बाद आरोपियों ने भागने की कोशिश, जिससे वे घायल हो गए।
पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि घटना को देखते हुए पुलिस ने चार आरोपी बनाया है। इसमें मुख्य आरोपियों की मदद करने वाले उनके दो साथियों पर भी मामला दर्ज किया गया है। इमरान के मकान और घटनास्थल को ध्वस्त कर दिया गया है। जल्द ही अन्य आरोपियों के मकानों को भी ध्वस्त किया जाएगा।