कानपुर का इनामी गैंगस्टर पप्पू स्मार्ट आगरा से गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला…
बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या के बाद चर्चाओं में आए शातिर अपराधी 25 हजार के इनामी मोहम्मद आसिम उर्फ पप्पू स्मार्ट को गिरफ्तार कर लिया गया है। चकेरी थाने में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में वह लंबे समय से फरार था। पूर्वी जोन की पुलिस ने उसे आगरा से मंगलवार को गिरफ्तार किया है, जहां वह रामादेवी निवासी अपने एक परिचित की मां के घर पर पनाह लिए हुए था।
जाजमऊ निवासी पप्पू स्मार्ट के खिलाफ इस समय विभिन्न थानों में 36 मुकदमे दर्ज हैं। तीन साल पहले बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में नामजद होने के बाद पप्पू स्मार्ट काफी चर्चाओं में रहा। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया था। पप्पू स्मार्ट पिंटू सेंगर हत्याकांड के मामले में 14 फरवरी 2024 को जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। इसके बाद से वह भूमिगत था।
डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पप्पू स्मार्ट के खिलाफ वर्ष 2022 में धोखाधड़ी, साजिश और धमकी के मामले में चकेरी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। यह मुकदमा पिंटू सेंगर के भाई धमेंद्र सिंह सेंगर की तहरीर पर दर्ज हुआ था।
आरोपित के खिलाफ था 25 हजार का इनाम
इस मुकदमे में पप्पू स्मार्ट के साथ राशिद कालिया और उसका बेटा जैन कालिया, हर्षित यादव आदि नामजद थे। इसी मुकदमे में पुलिस ने जांच के बाद पप्पू स्मार्ट को आरोपित बनाया। उसकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही थी, मगर वह फरार था। हाल ही में आरोपित के खिलाफ 25 हजार रुपये का इनाम हुआ था।
डीसीपी के मुताबिक पुलिस को जानकारी मिली कि पप्पू स्मार्ट आगरा में छिपा है। इस सूचना पर पूर्वी जोन की एक टीम आगरा रवाना की गई थी। सर्विलांस से मिली लोकेशन के आधार पर पुलिस ने मंगलवार की भोर आगरा के ट्रांस यमुना थानाक्षेत्र स्थित ज्योति कुंज कालिंदी विहार में रामादेवी एचएएल कालोनी निवासी हर्षित यादव की मां के घर छापा मारा। हर्षित यादव और पप्पू स्मार्ट के बीच कुछ कारणों से बेहद नजदीकी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर की थी आगजनी
मोहम्मद आसिम उर्फ पप्पू स्मार्ट जनपद स्तर पर पंजीकृत डी-123 गैंग का सरगना है। यह चकेरी थाने का हिस्ट्रीशीट भी है, जिसका नंबर 1376ए है। इसके खिलाफ दो बार गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई भी हो चुकी है। वर्ष 2022 में पंजीकृत गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में इसकी नौ अवैध दुकानों का ध्वस्तीकरण किया गया था, जिनकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये थी।
पिंटू सेंगर हत्याकांड के अलावा जिस मामले में पप्पू स्मार्ट सर्वाधिक चर्चाओं में रहा वह है मौजूदा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर आगजनी। फूलन देवी की हत्या के विरोध में पप्पू स्मार्ट ने राजनाथ सिंह के दिल्ली स्थित सरकारी आवास में आगजनी की थी।
इस प्रकरण में थाना संसद मार्ग पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था और इस प्रकरण में पप्पू स्मार्ट के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दाखिल हो चुकी है। इसके अलावा ऐतिहासिक महत्व के राजा ययाति के किले पर भी पप्पू स्मार्ट व उसके परिवारी जनों ने कब्जा किया हुआ है और पुलिस उसे कब्जा मुक्त नहीं करा पा रही है।
मामा की देखरेख में बना शातिर
पप्पू स्मार्ट ने अपने मामा अनवरगंज के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अपराधी रियाजउद्दीन उर्फ कबूतरी से अपराध के गुर सीखे। पप्पू जिस पेड़ के नीचे अपने परिवार के साथ जूते बनाने का काम करता था, उसके पीछे एक सरदार का परिवार रहता था। पप्पू व उसके चारों भाइयों ने सरदार को डरा धमकाकर उससे घर हथिया लिया। पप्पू स्मार्ट पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, रंगदारी वसूलने, सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करके बेंचने, जनमानस को भयाक्रांत करने के आरोप हैं।
वह वर्तमान समय में कानपुर और आसपास के क्षेत्र में सबसे बड़ा और संगठित अपराधी गिरोह का संचालन कर रहा है। इसकी टीम में इसका बेटा मोहम्मद जैन कालिया, भाई आमिर बिच्छु, शोएब पापी, समेत तमाम शूटर हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बनाई गयी यूपी-60 अपराधियों की लिस्ट में शामिल सऊद अख्तर से भी पप्पू स्मार्ट के संबंध हैं और पप्पू स्मार्ट हत्याकांड में सऊद पर भी आरोप है।