ममता सरकार के मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा के ठिकानों पर ED ने मारा छापा, जानिए क्या है मामला…
पश्चिम बंगाल के करोड़ों रुपये के स्कूल भर्ती घोटाला मामले में ममता बनर्जी सरकार के एक और मंत्री तक प्रवर्तन निदेशालय की आंच पहुंच गई है। ईडी ने इस सिलसिले में आज राज्यभर में पांच जगहों पर छापेमारी की है। इनमें राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा का घर भी शामिल है। सिन्हा बीरभूम जिले के बोलपुर से टीएमसी विधायक हैं और ममता बनर्जी की सरकार में एमएसएमई और कपड़ा मंत्री हैं। शुक्रवार की सुबह जब प्रवर्तन निदेशालय की टीम छापेमारी करने उनके घर पहुंची तो वह अपने घर पर मौजूद नहीं थे।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोलकाता, उत्तर 24 परगना और बीरभूम में पांच जगहों पर एक साथ छापेमारी की जा रही है। अधिकारी के मुताबिक,कोलकाता और उत्तर 24 परगना में केंद्रीय एजेंसी के अफसरों ने एक बिजनेसमैन और एक टैक्स कंसल्टेंट के घर पर छापेमारी कर तलाशी ली है।
कलकत्ता हाई कोर्ट ने मई 2022 में इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। आरोप है कि पैसे लेकर सरकारी स्कूलों में बड़े पैमाने पर नियुक्तियां की गई थीं। सीबीआई ने जब जांच शुरू की तो इसमें मनी लॉन्ड्रिंग की बात सामने आई। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय अवैध लेन-देन की छानबीन कर रहा है। इसी सिलसिले में ये छापेमारी की गई है।
पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी सहित तृणमूल कांग्रेस के तीन विधायकों को घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के आरोप में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। वे अब न्यायिक हिरासत में हैं। बता दें कि इस घोटाले की सीबीआई से जांच का आदेश देने वाले कलकत्ता हाई कोर्ट के तत्कालीन न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और वह भाजपा में शामिल हो गए।
2023 में इसी घोटाले के सिलसिले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे, टीएमसी सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से भी सीबीआई और ईडी ने पूछताछ की थी। पिछले साल अक्टूबर में, अभिषेक बनर्जी के पिता, अमित बनर्जी (ममता बनर्जी के छोटे भाई-बहनों में से एक) और उनकी मां लता बनर्जी स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर एजेंसी के सामने पेश नहीं हो सके थे। हालंकि, अभिषेक की पत्नी रुजिरा बनर्जी को जांच का सामना करना पड़ा था।