केजरीवाल ने फिर बताया ‘बहू-बेटी’ के लिए खतरा, रोहिंग्या को लेकर शाह ने किया पलटवार
देश में नागरिकत संशोधन कानून को लेकर चल रहे बहस के बीच अब अरविंद केजरीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह को अपना जवाब दिया है। केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह ने मेरे किसी सवाल का जवाब नहीं दिया है। CAA के आने के बाद जो लोग बाहर से आ रहे हैं क्या उनसे हमारी बहू-बेटियां सुरक्षित हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘आज हम सारी सरकारें मिल कर अपने बच्चे को रोजगार दे पाने में असमर्थ हैं। आप जो इतने लोगों को यहां लाकर बसाना चाहते हैं उनकौ नौकरी कैसे देंगे…पाकिस्तान बांग्लादेश से जो लोग आ रहे हैं। उनके लिए घर, नौकरी, संसाधन कहां से आएंगे। अपने देश में पहले से ही बेरोजगारी है।’
CM केजरीवाल ने कहा कि आजादी के बाद काफी व्यापक पैमाने पर माइग्रेशन हुआ था। अब इस CAA की वजह से जो माइग्रेशन होने वाला है वो उससे भी बड़ा होगा। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यकों को यहां रहने की इजाजत दी जाएगी। इन तीनों देशों को मिलाकर करीब ढाई तीन करोड़ लोग ऐसे हैं। अगर हमने भारत के दरवाजे इन सब के लिए खोल दिए तो बहुत बड़ी समस्या आने वाली है। कहां बासएंगे उनको, कहां घर देंगे उनको?
केजरीवाल ने कहा, ‘मैं गृह मंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या 2014 के बाद इनका आना बंद हो गया। अभी तक जो घुसपैठिए देश के अंदर आते थे वो डरते थे कि हमें पकड़ लेंगे। लेकिन ये कानून लाकर उन्हें लीगल बना रहो हो। उनका डर खत्म हो जाएगा। अब उनके दिमाग में बैठ जाएगा कि भारत सरकार इन तीन देशों के घुसपैठिये को लीगल कर रही है। आप रोहिंग्या की बात करते है ये भी 2014 के बाद ही आएं है। ये कैसे आएं है। इन्हें कहा कहा बसाया गया है। ये तो आप की सरकार के दौरान ही आएं है।’
बहूं, बेटियां सुरक्षित होगी? – केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि आज जो 2014 के पहले भी आएं थे उनके पास नागरिकता नहीं थी। अब उन्हें मान्यता देकर सरकारी नौकरी देंगे। उनके राशन कार्ड बनाएंगे। आज दिल्ली के अंदर 72 लाख लोगों के राशन कार्ड हैं, वह कम पड़ते हैं। हम बार-बार सरकार को कहते है कि इजाजत दो बढ़ाने का। लेकिन दूसरे देश के लोगों के लिए राशन कार्ड बनाएंगे। हमारे देश के लोगों का अधिकार मारकर उन्हें यह सुविधा देते हो। यह हमारे देश का पैसा है। इस देश के लोगों के टैक्स का पैसा बांग्लादेश व पाकिस्तान के लोगों को लाकर उनपर खर्च करना चाहते हैं।
इसकी गंभीरता समझना चाहिए। अगर आप के घर के सामने सड़क के उस पार पाकिस्तान से आएं लोगों की झउग्गियों बसा दी जाएं तो क्या यह आप को मंजूर होगा। क्या आप की बहूं, बेटियां सुरक्षित होगी?कौन होंगे यह लोग? क्या देश सुरक्षित होंगे? पाकिस्तान भेज देगा बहुत से लोगों को। क्या देश सुरक्षित होगा? इसी को लेकर मैं चिंतित हूं गृह मंत्री जी। इसलिए मेरी बात को अन्यथा मत लीजिए।
पाकिस्तानियों को बसाना हमें मंजूर नहीं- केजरीवाल
कनाडा का देखिए क्या हाल है वहां भी दरवाजा खोला गया अब क्या हालत है? फिलहाल बंद कर दिया। यूके ने भी यही किया। दूसरे देश माइग्रेशन को रोक रहे है लेकिन आप लाने के लिए दरवाजा खोल रहे हैं। अगर आप को बाहर से लोगों को लाना है तो बीते 10 साल में 11 लाख व्यापारी चले गए। अगर लाना है तो उन्हें वापस लाइएं। यह भारत के लोग है। इन्हें वापस लाइएं। इनके पास पैसा है उन्हें लेकर आइएं ये रोजगार पैदा करेंगे। फैक्ट्री लगाएंगे। पाकिस्तानियों को लाकर अगर आप उन्हें हमारे देश के अंदर बसाएंगे तो यह हमें मंजूर नहीं होगा।
अमित शाह ने केजरीवाल को घेरा था
इससे पहले अमित शाह ने कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने भ्रष्टाचार के उजागर होने के अपना आपा खो बैठे हैं। केजरीवाल ने कहा था कि बाहर के लोगों के आने से रेप और क्राइम बढ़ेगा। इसपर शाह ने कहा था कि उन्हें मालूम नहीं है कि सारे लोग आ चुके हैं। वो भारत में ही रह रहे हैं और सिर्फ उन्हें अधिकार देने की बात कही गई है। अमित शाह ने कहा था अगर सीएम को इतनी ही चिंता है तो वो क्यों बांग्लादेश से आए शरणार्थियों और रोहिंग्याओं की बात क्यों नहीं करते हैं?