महाराष्ट्र में खतरे में 15 सांसदों का टिकट, भाजपा 32 पर तैयार, समझौते में नपेंगे कई नेता
महाराष्ट्र में एनडीए के बीच सीट बंटवारे को लेकर बात आगे बढ़ने लगी है। अमित शाह ने मंगलवार को एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के साथ सीट बंटवारे पर बात की। इस मीटिंग में अमित शाह ने जोर दिया कि भाजपा कम से कम 32 सीटों पर कैंडिडेट उतारेगी। इसके अलावा एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 10 सीटों का ऑफर दिया है, जबकि वह चाहते हैं कि उनके खाते में 13 सीटें आएं, जहां उनके सांसद है। ऐसे में चर्चा है कि महाराष्ट्र के कुल 15 सांसदों का भविष्य पर दांव पर लगा है। ये सांसद मुंबई से लेकर अमरावती जैसी सीटों के हैं।
इसकी वजह यह है कि शिवसेना कोटे की कुछ सीटें भाजपा के खाते में जा सकती हैं। वहीं भाजपा की कुछ सीटें अजित पवार और शिंदे गुट को मिल सकती है। ऐसे में इन सांसदों का भविष्य खतरे में होगा। सूत्रों का कहना है कि ज्यादातर शिंदे गुट के सांसदों के भविष्य पर तलवार लटक रही है। अब तक एकनाथ शिंदे गुट की मांग 22 सीटों पर अटकी थी। अब उन्होंने खुद ही 13 की मांग कर ली है, लेकिन भाजपा 10 पर ही राजी है। इसके अलावा अजित पवार 8 सीटों पर दावा ठोक रहे हैं और उन्हें 4 सीट देने पर ही सहमति बन रही है।
दरअसल भाजपा ने 2019 के आम चुनाव में 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 23 जीती थी। वहीं शिवसेना ने 23 सीटों पर उतरकर 18 हासिल की थीं। लेकिन भाजपा ने पिछले 5 सालों में अपनी बारगेनिंग पवार बढ़ा ली है। शिवसेना अब दो हिस्सों में बंट चुकी है। अजित पवार वाली एनसीपी भी पहले वाली संयुक्त पार्टी जैसी ताकत नहीं रखती। ऐसे में भाजपा चाहती है कि वह सीनियर पार्टनर के तौर पर ज्यादा सीटें लड़े। भाजपा को लगता है कि उसके कैंडिडेट के पक्ष में ज्यादा वोट मिलेंगे। यही वजह है कि अमित शाह ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा को ज्यादा सीटें मिलेंगी तो पूरे गठबंधन को फायदा होगा।
अब भाजपा की कोर कमेटी की मीटिंग आज होनी है। इस मीटिंग में महाराष्ट्र की सीटों पर भी बात होगी। इसके बाद दूसरी लिस्ट आ सकती है। इस सूची में महाराष्ट्र की उन सीटों पर उम्मीदवार घोषित हो सकते हैं, जिन्हें लेकर सहयोगियों के साथ सहमति बन चुकी है। फिर भी अमरावती, उत्तर मुंबई, गढ़चिरौली जैसी सीटों पर मौजूदा सांसदों की चिंताएं बढ़ गई हैं।