MP में रतनजोत के बीज खाने से मासूमों की बिगड़ी तबियत, तीन की हालत नाजुक

रतनजोत के बीज खाने से मध्यप्रदेश के गांव के मासूमों की तबियत बिगड़ गई। उल्टी दस्त बंद न होता देख परिजन उन्हें नजदीक के अस्पताल ले आए। यहां से जिला अस्पताल के लिए भेज दिया जहां इलाज चल रहा है। तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। सतना जिला के रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र के बैरिहा गांव में चार बच्चे बीमार हो गए। पप्पू आदिवासी के घर में लगे पेड़ का बीज तोड़कर चारों बच्चों ने एक साथ खाया। अचानक उन्हें उल्टियां होने लगी जिसके बाद इलाज के लिए रामपुर बघेलान के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। 

हालत बिगड़ने पर चारों बच्चों को जिला अस्पताल सतना रेफर किया गया। जहां फिलहाल चार में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक बैरिहा गांव निवासी पप्पू आदिवासी के घर में रतनजोत का पेड़ लगा है। पप्पू की 6 वर्षीय पुत्री अनामिका और 5 वर्षीय पुत्र यश तथा भांजी रागिनी 5 वर्ष व रावेंद्र 3 वर्ष दोनो के पिता रमेश खेल रहे थे। इसी दौरान चारों ने रतनजोत के बीज फोड़ कर खा लिए। इसके बाद उल्टी होना शुरू हुई तब जाकर इस बात की जानकारी परिजनों को हुई।

यश रागिनी और रावेंद्र की तबियत अभी गंभीर बताई जा रही है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि वे खतरे से बाहर हैं। पप्पू आदिवासी ने मीडिया को बताया कि वसंत पंचमी के कारण घर में उत्सवी माहौल था। इस कारण सभी लोग इकट्ठा हुए थे। इसी बीच न खेल खेल में बच्चों ने रतनजोत के बीज खा लिया। पप्पू का कहना है कि बच्चे बता रहे थे कि उसको फोड़ा तो काजू जैसा निकला इसलिए खा लिया। 

बताया जाता है कि पप्पू आदिवासी के भांजे मूल रूप से सीधी जिले के सिहावल थाना क्षेत्र अंतर्गत पोस्ट गांव के रहने वाले हैं जोकी अपने ननिहाल वसंत पंचमी का पर्व मनाने के लिए आए थे। ज्ञात हो की रामपुर बघेलान क्षेत्र के राम वन में वसंत पंचमी का मेला आयोजित होता है जहां पर जिले सहित आसपास के तमाम नजदीकी क्षेत्रों के लोग एकत्रित होते हैं।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker