नियोजित शिक्षकों को नीतीश सरकार ने दी बड़ी राहत, पांच बार देनी होगी सक्षमता परीक्षा

बिहार के करीब पौने चार लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए पांच बार सक्षमता परीक्षा देनी होगी। नियोजित शिक्षकों को तीन बार ऑनलाइन और दो बार ऑफलाइन सक्षमता परीक्षा देनी होगी। शिक्षकों की मांग पर नीतीश सरकार ने यह फैसला किया है। बता दें कि अब तक तीन बार ऑनलाइन सक्षमता परीक्षा लिए जाने का प्रावधान था। अब दो बार ऑफलाइन परीक्षा भी होगी। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने गुरुवार को बयान जारी कर यह जानकारी दी है। साक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाना है।
शिक्षामंत्री की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की प्रक्रिया चल रही हैउनकी जो भी कठिनाई थी, उसमें ऑनलाइन परीक्षा की समस्या थी। बहुत शिक्षक जो पुराने थे, उन्हें इसे लेकर आपत्ति थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह से सरकार ने तीन परीक्षा ऑनलाइन लेने के अलावा दो लिखित परीक्षा का मौका भी शिक्षकों को दिया जाएगा।
क्या चाहते हैं नियोजित शिक्षक?
परीक्षा में फेल होने पर नौकरी से हटाने का विरोध।
राज्यकर्मी बनने के बाद वेतन में इजाफा होना चाहिए।
बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए।
तीन जिलों का विकल्प खत्म कर ऐच्छिक जिले की मांग।
ऑन लाइन परीक्षा नहीं ली जाए।
किसी भी हाल में 60 साल तक सेवा का अवसर दें।