जैसलमेर में ‘वायु शक्ति अभ्यास’ के दौरान अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगी वायु सेना
भारतीय वायु सेना 17 फरवरी को जैसलमेर में ‘वायु शक्ति अभ्यास’ के दौरान अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगी। इस अभ्यास को लेकर भारतीय वायु सेना के उप प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह ने अपडेट दिया है। मालूम हो कि इस अभ्यास में 120 से अधिक विमानों का प्रदर्शन किया जाएगा।
एयरफोर्स की ओर से जानकारी दी गई है कि राजस्थान के जैसलमेर में 17 फरवरी को वायु शक्ति अभ्यास में कुल 77 लड़ाकू विमान, 41 हेलीकॉप्टर, 5 परिवहन विमान और 12 मानव रहित प्लेटफार्म भाग लेंगे।
चिनूक और रुद्र हेलीकॉप्टर भी होंगे शामिल
भारतीय वायु सेना के उप प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह ने कहा, “राफेल लड़ाकू जेट और प्रचंड हमले के हेलीकॉप्टर सहित सभी फ्रंटलाइन विमान वायु शक्ति अभ्यास में भाग लेंगे। हम अभ्यास में सेना की बंदूकें भी एयरलिफ्ट करेंगे। अभ्यास के दौरान सेना रुद्र हेलिकॉप्टर से हथियार दागेगी और सेना की अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर तोप को चिनूक हेलीकॉप्टर के नीचे लटका कर प्रदर्शित किया जाएगा।”
हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों में राफेल की MICA मिसाइल और LCA तेजस से R-73 मिसाइलें दागी जाएंगी। राफेल लड़ाकू जेट और प्रचंड हमले के हेलीकॉप्टर सहित सभी फ्रंटलाइन विमान वायु शक्ति अभ्यास में भाग लेंगे।
पहली बार दिखेंगे प्रचंड और राफेल
उप प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह ने कहा, “राफेल लड़ाकू विमान, प्रचंड हेलिकॉप्टर पहली बार अभ्यास में हिस्सा लेंगे। सतह से हवा में मार करने वाली हथियार प्रणाली समर भी पहली बार अभ्यास में हिस्सा लेगी।”
एपी सिंह ने कहा, “वायु शक्ति अभ्यास 1954 से चल रहा है और हम अभ्यास में लक्ष्य पर सटीक बमबारी करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। भारत में निर्मित एलसीए तेजस, प्रचंड लड़ाकू हेलीकॉप्टर और एएलएच ध्रुव भाग लेंगे। दो घंटे की अवधि में, हम एक से दो किमी के दायरे में लगभग 40-50 टन आयुध गिराएंगे।”