जानिए पीपल के नीचे क्यों जलाया जाता है तिल के तेल का दीपक…
सनातन धर्म में यह मान्यता है कि शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को बहुत प्रिय होता है। शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है और जातक को उसके कर्म के अनुसार ही फल देते हैं। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को प्रसन्न करने के कई उपायों के बारे में बताया गया है। पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के मुताबिक, यदि आपकी कुंडली में भी शनिदेव की स्थिति मजबूत नहीं है तो जीवन में कई मुसीबत आ सकती है और इस परिस्थिति में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए ये उपाय जरूर करना चाहिए।
पीपल के पेड़ के नीचे तिल का दीपक
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाना शुभ होता है। ज्योतिष मान्यता है कि ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनि के टेढ़ी नजर जातक पर बुरा असर नहीं डालती है।
इस शनि मंत्र का करें जाप
यदि आपकी कुंडली में शनि देव कमजोर स्थिति में है या शनि की साढ़े साती से गुजर रहे हैं तो आपको शनिवार को शनि बीज मंंत्र ‘ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं शनैश्चराय नमः’ का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का शनिवार को 108 बार जाप करना चाहिए। इसके अलावा शनिवार के दिन शनि रक्षा स्त्रोत का पाठ करना चाहिए।
कौए या काले कुत्ते को कराए भोज
शनिदेव की पूजा अर्चना करने के साथ-साथ शनिवार को काले कौए या काले कुत्ते को रोटी खिलाने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं। पौराणिक मान्यता है कि अगर शनिवार के दिन काले रंग का कुत्ता दिखाई देता है तो यह शुभ समाचार लेकर आ सकता है।