सिंगापुर में भारतीय मूल के मंत्री एस ईश्वरन पर लगा भ्रष्टाचार आरोप, पार्टी और अपने पद से दिया इस्तीफा

सिंगापुर में भारतीय मूल के पूर्व परिवहन मंत्री एस ईश्वरन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। भ्रष्टाचार के मामले में फंसे ईश्वरन को पिछले साल जुलाई महीने में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने गुरुवार को अपने परिवहन प्रमुख के इस्तीफे की घोषणा की।

प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने जानकारी दी कि ईश्वरन ने अपने खिलाफ आरोपों की औपचारिक सूचना दिए जाने के बाद 16 जनवरी को सरकार, संसद और सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) से अपना इस्तीफा सौंप दिया था।

फॉर्मूला 1 और फुटबॉल मैचों की ली थी टिकट 

ईश्वरन ने कथित तौर पर सिंगापुर के सबसे अमीर लोगों में से एक, होटल टाइकून ओंग बेंग सेंग से हाई-प्रोफाइल खेल आयोजनों के टिकट को हासिल किया था। ईश्वरन को फुटबॉल मैचों के टिकट, संगीत कार्यक्रम, फॉर्मूला 1 ग्रैंड प्रिक्स के टिकट दिया गया था।

सात साल के लिए जा सकते हैं जेल

भ्रष्ट आचरण जांच ब्यूरो कहा कि ईश्वरन पर भ्रष्टाचार और न्याय की प्रक्रिया में बाधा डालने सहित कुल 27 आरोप हैं। हालांकि, ईश्वरन ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मैं खुद को निर्दोश साबित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। यदि ईश्वरन को इन भ्रष्टाचार मामलों में दोषी पाया गया तो उन्हें 100,000 सिंगापुर डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है या सात साल की जेल हो सकती है।

पिछली बार 1986 में सिंगापुर के मंत्री को सुनाई गई थी सजा 

61 वर्षीय ईश्वरन 2006 में प्रधानमंत्री ली ह्सियन लूंग के मंत्रिमंडल में शामिल हुए और मई 2021 में उन्हें परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद उन्होंने व्यापार और संचार विभाग भी संभाला। सिंगापुर में भ्र्ष्टाचार के कम मामले सामने आते हैं।

इससे पहले किसी मंत्री से जुड़ा आखिरी भ्रष्टाचार का मामला 1986 में सामने आया था जब राष्ट्रीय विकास मंत्री के खिलाफ कथित तौर पर जांच की गई थी। उन्होंने रिश्वत लेने की बात स्वीकार की थी।

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