प्राण प्रतिष्ठा पर जारी सियासी संग्राम, दिग्विजय की टिप्पणी पर भड़के बीजेपी के पूर्व सांसद

उत्तर प्रदेश में श्रीराम के आगमन की तैयारी जोरो-शोरों पर हैं। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का दिन 22 जनवरी है, लेकिन इससे पहले ही श्रीराम के विराजमान होने के लिए अनुष्ठान कराए जाएंगे। 15 और 16 जनवरी से ही अयोध्या में विशेष अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे और ये सब होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की निगरानी में। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर राजनीति भी गर्म है।

पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से पहले 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान शुरू करने पर पूर्व बीजेपी सांसद राम विलास दास वेदांती ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह अच्छा है। हम बहुत खुश हैं। पूरे देश के लोग खुश हैं।

आचार्य सत्येंन्द्र दास ने कही ये बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान की शुरुआत पर, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी, आचार्य सत्येंन्द्र दास ने कहा कि यह अच्छा है। उन्होंने कहा कि वह प्रोटोकॉल जानते हैं और ऐसा कर रहे है। रामलला के प्रति इतना समर्पित होना पीएम के लिए अच्छा है। 

राजनीति भी है गर्म

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कांग्रेस ने निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है। कांग्रेस द्वारा निमंत्रण अस्वीकार किए जाने के बाद इस पर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भाजपा और आरएसएस का इवेंट बताया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमें इस बात पर आपत्ति है कि शंकराचार्य का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि राम मंदिर पर वीएचपी का क्या अधिकार है? हमने राम मंदिर के लिए दान दिया है।

दिग्विजय पर राम विलास दास वेदांती का कटाक्ष

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह के बयान पर बीजेपी के पूर्व सांसद राम विलास दास वेदांती ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह किसी पार्टी का नहीं, बल्कि पूरे समाज का आयोजन है। किसी को रोका नहीं गया है, हर पार्टी को निमंत्रण दिया गया है।

राम विलास दास वेदांती ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हिंदुत्व, सनातन धर्म और राष्ट्रवाद का बहिष्कार किया है। लोगों ने कांग्रेस को सही ढंग से पहचान लिया है कि वे धर्म विरोधी, हिंदू विरोधी और सनातन विरोधी हैं। लोगों को ऐसी कांग्रेस का समर्थन नहीं करना चाहिए। पार्टी ने इसे स्वयं साबित कर दिया है।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker