MP में मोहन सरकार का बड़ा एक्शन, मीट की दुकान जमींदोज, 14 पर लगाया जुर्माना
मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद से सरकार ऐक्शन मोड में है। खुले में मीट बेचने वाली दुकानों पर लगातार कार्रवाई जारी है। गुरुवार को भोपाल नगर निगम (BMC) ने कार्रवाई करते हुए एक मीट की दुकान को जमींदोज कर दिया और 14 दुकानों मीट की दुकान पर जुर्माना लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार, कार्रवाई के दौरान नगर निगम ने खुले में मीट बेचने वाली दुकानों से 11 हजार रुपए से ज्यादा का जुर्माना वसूला है।
दरअसल, खुले में मीट बेचने पर भोपाल में पूर्णत: प्रतिबंध लगा हुआ है। इस दौरान भोपाल नगर निगम ने एक अभियान चलाया जिसमें खुले में मीट बेचने वाली दुकानों पर कार्रवाई की जा रही थी। कार्रवाई के दौरान भोपाल नगर निगम ने एक दुकान को जमींदोज कर दिया और 14 दुकानों पर कार्रवाई करते हुए जुर्माना भी वसूला है। इस दौरान नगर निगम ने खुले में मीट बेचने वाली 14 दुकानों से लगभग 11,100 रुपए का जुर्माना वसूला है।
मिली जानकारी के अनुसार, भोपाल नगर निगम ने अभियान 15 दिसंबर को शुरू किया था। भोपाल नगर निगम के स्वास्थ्य एवं पशु चिकित्सा विंग ने शहर में खुले में और बिना अनुमति के मांस की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने और मध्य प्रदेश नगर निगम अधिनियम 1956 के प्रावधानों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। खुले में मीट की बिक्री पर भोपाल नगर निगम के आयुक्त फ्रैंक नोबल ने कहा कि शहर में बिना अनुमति के खुले में मछली पकड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस दौरान बीएमसी ने वार्ड 1, 57 और 72 में बीएमसी ऐक्शन मोड में नजर आई। अवैध रूप से और खुलेआम मांस-मछली बेचने वाले दुकानदारों को हटाया गया और 14 मामलों में स्पॉट फाइन के तौर पर 11,100 रुपये की राशि वसूल की गई।
भोपाल नगर निगम ने शहर के गांधीनगर क्षेत्र में अवैध रूप से चल रही दो मीट की दुकानें बंद कर दीं। बीएमसी अधिकारी ने बताया कि इसी तरह की कार्रवाई नर्मदापुरम रोड, भोपाल के हबीबगंज नाका, डीआरएम ऑफिस एरिया, साकेत नगर, बरखेड़ा पठानी बाजार समेत दूसरे इलाकों में की गई। इस दौरान भोपाल नगर निगम द्वारा साकेत नगर एम्स रोड पर ग्रीन बेल्ट में बनी दुकान को तोड़ा गया और सामान जब्त किया गया।